Last Updated on August 12, 2023 by अनुपम श्रीवास्तव
रेलवे टिकट बुकिंग के दौरान आपने NOSB का विकल्प जरूर देखा होगा विशेषतः जब आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हों।
वैसे तो अगर आप भारतीय रेल में 5 साल से कम उम्र वाले बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो फिर उनके लिए टिकट लेने की कोई जरूरत नहीं है।
पर क्या आप जानते हैं कि 5 साल से ऊपर और 12 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ यात्रा करने पर आपको केवल उनके टिकट का आधा पैसा ही देना होगा।
ऊपर बताई गई दोनों दशाओं में अगर आप 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ यात्रा करते हैं तो फिर उनके लिए अलग से कोई भी सीट की व्यवस्था नहीं होगी और इसी को एनओएसबी बुकिंग कहते हैं।
इस जानकारी भरे लेख में हम बात करेंगे कि रेलवे में क्या हैं NOSB के नियम (NOSB RULES IN RAILWAY) और समझेंगे इससे जुड़े कुछ नियमों के बारे में जिससे आपकी यात्रा और भी सुखद और सरल हो सके।
NOSB Full Form क्या है?
NOSB का Full Form है NO Seat Berth
अगर आपने 5 वर्ष से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए एनओएसबी बुकिंग की है तो आपके टिकट में वह कुछ इस तरह से लिख कर आएगा।
NOSB, 0 – इसका मतलब है कि आपको कोई भी सीट अलॉट नहीं हुई है और इसीलिए यहां पर जीरो लिखा गया है।
रेलवे टिकट में NOSB का क्या मतलब है । NOSB Meaning in Railway in Hindi
सीधे शब्दों में कहें तो अगर आप आधा किराया चुनते हैं तो फिर आपको कोई सीट अलॉट नहीं होगी और इसीलिए NOSB booking code का मतलब होता है नो सीट बर्थ।
यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि अगर आप पूरा किराया चुनते हैं तब आपको पूरी बर्थ मिलती है और अगर आपकी सीट कंफर्म है तो फिर आपके टिकट में बुकिंग कोड CNF लिख करके आता है।
पर अगर आपने 5 साल से लेकर के 12 साल से कम उम्र वाले बच्चों का आधा टिकट बुक किया है तब यहां टिकट कंफर्मेशन से कोई मतलब नहीं है ।
ऐसा इसलिए है क्योंकि आधा किराया चुनने पर अपने आप टिकट स्टेटस NOSB हो जाएगा और आपको कोई भी सीट अलॉट नहीं होगी।
अगर आप यह सोच रहे हैं कि आप अपने बच्चों के लिए पूरी कंफर्म सीट लेना चाहते हैं तो फिर आपके पास में इसका विकल्प भी मौजूद है |
पर हाँ! इस दशा में 5 से 12 साल तक के बच्चों के लिए भी पूरा किराया देना पड़ेगा।
उदाहरण के लिए आप मेरे द्वारा कराई गई रेलवे टिकट बुकिंग का यह स्क्रीनशॉट देखें ।
आप देख सकते हैं कि यह फर्स्ट एसी बुकिंग का टिकट है और यहां पर बच्चे की उम्र 11 वर्ष दर्ज है और यहाँ पर मैंने सीट का विकल्प नहीं चुना है।
तो इस दशा में आप देखें की बुकिंग स्टेटस में No Seat/ Berth लिख कर आ रहा है।
वहीं पर अब आप यह दूसरा स्क्रीनशॉट देखे जो 2AC का है और यहां पर बच्चे के लिए पूरी सीट चुनी गई है और इसीलिए उसे 44 नंबर की कंफर्म सीट मिली है।
और हां इसके लिए पूरा किराया भी दिया गया है।
बिना सीट बर्थ वाली टिकट की बुकिंग कैसे करें । How to Book NO Seat/Berth Ticket?
अब आइए समझते हैं कि कैसे NOSB का विकल्प चुन करके आप आधे पैसों में बच्चों का टिकट बनवा सकते हैं?
नई टिकट बुकिंग | Fresh Ticket Booking
अगर आप रेलवे टिकट बुकिंग काउंटर पर जाकर के टिकट बुक कर रहे हैं तो फिर आपको 5 से 12 साल तक के बच्चे के लिए आधे दाम पर टिकट पाने के लिए रिजर्वेशन स्लिप पर बच्चे के नाम के आगे NOSB Concession दर्ज करना होगा।
जैसे आप नीचे दिए गए इस रिजर्वेशन फॉर्म को देख सकते हैं कि आपको यहां पर आपको एनओएसबी लिखना पड़ेगा ।
In case berth not required for children of age 5 yrs and under 12, write NOSB.
यदि 5 वर्ष की आयु तथा 12 वर्ष से कम की आयु के बच्चे के लिए बर्थ अपेक्षित नहीं हो, तो एनओएसबी लिखें |
अगर आप आईआरसीटीसी से ऑनलाइन टिकट बुकिंग कर रहे हैं तब यात्रियों के नाम, उम्र, इत्यादि की जानकारी भरते समय 5 से 12 साल के बच्चों के लिए सिस्टम खुद ही ‘OPT CHILD BERTH’ का ऑप्शन दे देता है जिस पर पहले से टिक लगा होता है।
नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में आप देख सकते हैं कि जैसे ही आप उम्र वाले कॉलम में 12 वर्ष से कम यानी 11 वर्ष तक की उम्र डालेंगे तो आपको नीचे ऑप्ट चाइल्ड बर्थ का ऑप्शन अपने आप ही आ जाएगा।
अगर आपने जल्दी-जल्दी में इस बात का ध्यान नहीं रखा और इस टिक को नहीं हटाया तब आपको 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का भी पूरा किराया देना पड़ जाएगा।
इसलिए अगर आप अपने बच्चों के लिए आधा किराया देना चाहते हैं तो फिर इस टिक को ध्यान से हटा लें फिर बुकिंग पूरी करें।
पुरानी टिकट बुकिंग एनओएसबी अपडेट | Existing Ticket Booking NOSB Update
मान लें कि आपने टिकट पहले से बुक करके रखी है और आपको बाद में बच्चों के साथ यात्रा करनी है तो फिर आप क्या करेंगे?
देखिए अगर आप पहले से बुक की हुई ई-टिकट पर किसी बच्चे को सफर करवाना चाहते हैं और इसके लिए NOSB का ऑप्शन चाहते हैं तब अब आप यह काम करें:-
1. आईआरसीटीसी ऑनलाइन अकाउंट में ‘My Transaction’ पर जाएं फिर उसके बाद ‘Booked Ticket History’ पर क्लिक करें।
2. उसके बाद आप अपने बुक किए हुए टिकट को देखें और नीचे दिए गए ‘NOSB Booking’ लिंक को क्लिक करें।
यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है कि एक अभिभावक (Parent) के PNR पर एक ही NOSB Ticket को लिंक किया जा सकता है जिसमें आप अधिकतम 3 बच्चों तक की जानकारी भर सकते हैं।
एनओएसबी टिकट बुकिंग के कुछ नियम । NOSB Booking Rules in Hindi
आइये जानते हैं हाफ टिकट या NOSB booking के कुछ नियम जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए :-
1. किसी बच्चे के लिए NOSB (No Seat/Berth Option) का विकल्प चुनते समय अलग पीएनआर इशू नहीं होगा बल्कि वह अपने आप अभिभावक (Parent) के PNR के साथ में लिंक हो जाएगा।
2. अगर किसी पीएनआर में नो सीट/बर्थ वाला ऑप्शन चुना गया है तब उसमें ‘विकल्प’ का ऑप्शन नहीं चुना जा सकता है।
3. एन.ओ.एस.बी बुकिंग की संख्या उस पीएनआर में मौजूद वयस्कों की कुल संख्या के बराबर या कम होगी।
4. Child NOSB का विकल्प Chair Car (CC), Executive Class (EC), Second Seating (2S) और Anubhuti (EA) Class में मान्य नहीं होगा इस बात का ध्यान रखें।
इसका मतलब यह हुआ कि वंदे भारत या शताब्दी जैसी ट्रेनों में आधी टिकट पर बच्चों को ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
उदाहरण के लिए आप नीचे दिया गया स्क्रीनशॉट देखें जहां पर मैं लखनऊ से गोरखपुर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में 11 साल के बच्चे का टिकट बुक कर रहा हूं।
आपने देखा कि यहां पर 11 वर्ष डालने के बाद भी ‘Opt Child Berth’ का ऑप्शन नहीं आ रहा है क्योंकि ऐसा नियम में ही नहीं है।
5. अगर NOSB से लिंक अभिभावक का टिकट कैंसिल किया जाता है तो बच्चे का टिकट भी अपने आप कैंसिल हो जाएगा।
6. NO SEAT BOOKING वाले बच्चे की टिकट को कैंसिल किया जा सकता है और कैंसिलेशन चार्ज भी श्रेणी के अनुसार ही लगेगा। हालांकि इस कैंसिलेशन का चार्ज आम कैंसिलेशन चार्ज से आधा होता है।
7. यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है की एनओएसबी वाला पीएनआर बिना अभिभावकों के यात्रा करने के लिए मान्य नहीं होगा।
8. पर अगर 12 साल से कम उम्र वाले किसी बच्चे को अकेले या ग्रुप में यात्रा करनी है तो उसके लिए पूरा किराया देकर के कंफर्म सीट लेनी पड़ेगी तभी वह यात्रा कर सकता है।
9. NOSB Ticket के लिए आधा पैसा केवल Basic Fare पर ही मान्य होगा और इसके अलावा सुपर फास्ट चार्ज, कैटरिंग चार्ज, जीएसटी इत्यादि पूरा पूरा ही लिया जाएगा।
References: Indian Railways