Photography मे White Balance क्या है? जानें बेस्ट कैमरा सेटिंग!

Photography में White Balance का शाब्दिक अर्थ होता है फोटो में सफेद रंग का संतुलन बनाना।

फोटोग्राफी प्रकाश का खेल है और आपने अक्सर देखा होगा कि बदलते हुए प्रकाश में आपकी फोटो भी अलग-अलग रंगों में आती है जो बिल्कुल भी नेचुरल नहीं लगता है।

आपने महसूस किया होगा कि आप जब भी घर के भीतर कोई फोटो खींचते हैं तो वह अधिक पीली आती है या फिर रात के समय में वह नीलाहट भरे हुए होती है।

तो इन सब का कारण है कैमरे में सही वाइट बैलेंस (WB) को एडजस्ट ना करना।

कैमरे में आने वाला व्हाइट बैलेंस फीचर प्रकाश के स्रोत (light source) से उत्पन्न होने वाले रंगों को इस तरह से नियंत्रित करता है कि फोटो में सफेद वस्तुएं सफेद ही नजर आए और उनका वास्तविक रंग ना बदलें।

Learn Basic Photography in Hindi सीरीज के भाग # 8 में आपका स्वागत है |

अगर आप बेहतरीन फोटोग्राफी करना चाहते हैं तो फिर आपको white balance के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है क्योंकि आप यह नहीं चाहेंगे की इसकी गलत सेटिंग से फोटो में अप्राकृतिक से रंग आएं ।

फोटोग्राफी में रोशनी से उत्पन्न होने वाले रंगो का महत्व | Importance of Light Colors in Photography

white balance in photography

कहते हैं कि अगर आपने lighting में मास्टरी हासिल कर ली तो फिर फोटोग्राफी आपके लिए आसान हो जाएगी ।

आपको तो यह पता ही होगा कि जो भी प्रकाश के स्रोत हैं जिन्हें हम लाइट सोर्स भी कहते हैं वह अलग-अलग रंगों की रोशनी उत्पन्न करते हैं।

फोटोग्राफी की भाषा में इन अलग-अलग रंगों को color temperature यानि रंगों का तापमान कहा जाता है।

जैसे उदाहरण के लिए, दिन के समय जब आप फोटो लेंगे तो आपके रंग बैलेंस आएंगे मगर वही फोटो को अगर बल्ब की रोशनी में लिया जाए तो फोटो में थोड़ा सा नारंगीपन आ जाएगा।

मजे की बात तो यह है कि जब आप अपनी आंखों से उस सीन को देख रहे होंगे तो आपको वह नॉर्मल जैसा ही लगेगा पर कैमरे की दृष्टि से उस फोटो का रंग बदल जाएगा।

अब यहां होता यह है कि हमारा दिमाग रंगों की भरपाई करके हमें प्राकृतिक रंग दिखाता है मगर कैमरे में ऐसा नहीं हो पाता।

उस सीन में प्रयुक्त लाइट सोर्स जो भी रंग को छोड़ रहा है कैमरा सेंसर उसी रंग को ही कैप्चर करता है और फोटो में वैसा ही दिखाता है, वैसा नहीं जैसा कि हमारी आंखें उस समय देख रही हैं।

कैमरे में इसी रंगों की गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए ही white balance की सेटिंग दी जाती है जिसका उपयोग आपको करना चाहिए अगर आप नेचुरल स्किन टोंस चाहते हैं तब।

उदाहरण के लिए आप ऊपर दी हुई तस्वीर को देखें |

बायीं वाली फोटो में नारंगी रंग अधिक है क्योंकि वह ऑटो कैमरा मोड पर ली गयी है वहीँ दायीं फोटो में वाइट बैलेंस एडजस्ट किया हुआ है इसलिए उसमें स्किन टोन नेचुरल आई है |

कलर टेंपरेचर क्या होता है | What is Color Temperature in Photography?

mouse photo

आप अपने कैमरे में व्हाइट बैलेंस सेटिंग को देखें या फिर अगर आपके मोबाइल में मैनुअल मोड है तब WB सेटिंग पर क्लिक करें।

ऊपर की तस्वीर को देखें जो मैंने अपने मोबाइल कैमरे से ली है और आप देख सकते हैं कि इसमें WB सेटिंग पर अलग-अलग संख्याएं दर्ज है जिन्हें केल्विन (kelvin) में मापा जाता है।

अगर आपने बेसिक फिजिक्स पड़ी है तो आपको पता होगा कि केल्विन तापमान की इकाई होती है।

यहाँ पर color temperature का मतलब हुआ रंगों का तापमान, वही रंग जो अलग-अलग प्रकाश के स्रोत से निकल रहे हैं।

दिन के समय में आने वाले सूर्य की रोशनी का रंग न्यूट्रल माना जाता है जिस का तापमान 5000 से 6000 Kelvin तक रहता है।

तो आप समझ चुके होंगे कि अगर आपको natural skin tone दिखानी है तो कुछ ना कुछ करके आपको इसी temperature range के भीतर ही रहना पड़ेगा।

यहां पर रंगों का तापमान जैसे-जैसे 5000 K के नीचे जाना शुरू होगा वैसे वैसे गर्म टोन फोटो में आने लगेगी जो कि एक लालिमा लिए हुए होगी।

उसी प्रकार से जैसे-जैसे रंगों का तापमान 5000 K के ऊपर जगह शुरू हो जाएगा वैसे-वैसे फोटो में ठंडी टोन आने लगेगी जो कि नीलाहट लिए हुए होगी।

कलर टेंपरेचर के बारे में जानने के लिए आप नीचे दिया हुआ या चार्ट देखें।

color temperature chart

व्हाइट बैलेंस क्या होता है | What is White Balance in Photography?

White balance किसी भी प्रकार के कैमरा में दी हुई एक ऐसी सेटिंग होती है जो कि फोटो में रंगों के तापमान (color temperature) को बैलेंस करने के काम आती है।

इसका मतलब यह हुआ की वाइट बैलेंस यह सुनिश्चित करता है कि आपके फोटो में आने वाले सफेद रंग बिल्कुल सही ढंग से आएं भले ही प्रकाश स्रोत (light source) किसी भी अन्य रंग का क्यों ना हो।

अब आप पूछेंगे कि कैमरे में white balance इस चीज को करता कैसे हैं?

तो यह बड़ा ही सिंपल है, व्हाइट बैलेंस उस रंग के विरोधी रंग यानी opposite color को आपके फोटो में जोड़ देता है जिससे कि रंगों का तापमान न्यूट्रल हो जाए।

मैंने आपको शुरू में ही बताया था कि वाइट बैलेंस का काम होता है आपके फोटो में आने वाले सफेद रंगों को सफेद ही रखना बल्कि उसे नीला या नारंगी ना होने देना।

जब भी भी व्हाइट बैलेंस सेटिंग अप्लाई की जाती है तो सफेद रंग बिल्कुल सफेद आता है बैलेंस होने के बाद।

आपके पास में चाहे तो एक मोबाइल कैमरा हो या फिर एक डीएसएलआर या मिररलेस आप इनमें से किसी में भी white balance को एडजस्ट कर सकते हैं।

अगर आप अपनी फोटो में वाइट बैलेंस को एडजस्ट करना भूल गए हैं तब आप इसे post-processing में फोटो एडिटिंग के दौरान भी कर सकते हैं।

वाइट बैलेंस एडजस्ट करने से आपकी फोटो में बिल्कुल नेचुरल स्किन टोन आती है जो देखने में अच्छी लगती है।

कैमरा में वाइट बैलेंस सेटिंग कैसे करें | Setting White Balance in Camera

कैमरा में व्हाइट बैलेंस सेट करने के 2 तरीके हैं या तो उसे Auto white balance पर ही पड़ा रहने दें या फिर मैनुअली सेट करें।

1. कैमरा में Auto White Balance (AWB) Setting कैसे करें?

white balance setting

कैमरा में अगर आप व्हाइट बैलेंस फंक्शन को मैनुअली सेट नहीं करना चाहते तो फिर उसे ऑटो मोड पर डाल दें जिसे AWB के नाम से भी जाना जाता है।

मोबाइल फोटोग्राफी में भी ऐसा ही होता है कि अगर आप मैनुअली जाकर के white balance को adjust कर रहे हैं तब तो ठीक है नहीं तो मोबाइल ऑटो व्हाइट बैलेंस पर ही तस्वीरें खींचता है।

वैसे काफी सारे लाइटिंग कंडीशन में auto white balance ठीक-ठाक ही तस्वीरें लेता है पर कई बार जब कई तरह के light source उपलब्ध होते हैं जिसमें यह सही परिणाम नहीं दे पाता है।

इसके लिए आपको करना क्या पड़ेगा कि आप के कैमरे में दिए गए कुछ प्रीसेट वाइट बैलेंस को मैनुअली सेट करना पड़ेगा जिससे तस्वीरें प्राकृतिक रंग में आ सके।

2. Camera में Manual White Balance Setting कैसे करें?

white balance setting

बहुत सारे कैमरे में ऐसा ऑप्शन दिया रहता है जिससे कि आप मैनुअली व्हाइट बैलेंस को सेट कर सकें।

यह कुछ प्रीसेट ऑप्शन होते हैं जैसे कि डे-लाइट, क्लाउडी, टंगस्टन लाइट, फ्लोरोसेंट इत्यादि।

वहीं कुछ कैमरों में कलर टेंपरेचर की रेंज भी दी हुई होती हैं जहां आप मैनुअली उस रंग के तापमान को चुन सकते हैं जिसकी आपको जरूरत है।

उदाहरण के लिए आप ऊपर वाली फोटो देखें

इस फोटो में आप देख सकते हैं कि नारंगी रंग की अधिकता है और यहां नारंगी रंग को गर्म रंग माना जाता है।

इस फोटो को बिना व्हाइट बैलेंस सेटिंग के लिया गया है।

अब मान लें इसमें वाइट बैलेंस सेट कर दिया जाए टंगस्टन लाइट का तब यह फोटो न्यूट्रल हो गई।

अब आप पूछेंगे कि ऐसा क्यों हुआ

तो ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि जैसे ही हमने वाइट बैलेंस को एडजस्ट किया तो कैमरा ने उसमें नीला रंग अपनी तरफ से जोड़ दिया जिससे की तस्वीर का टोन बैलेंस हो करके नारंगी से सफेद हो गया।

कैमरा में वाइट बैलेंस प्रीसेट्स क्या होते हैं | What is Camera White Balance Preset?

camera wb setting

अधिकतर डिजिटल कैमरा और स्मार्टफोन में वाइट बैलेंस के लिए प्रीसेट्स यानी पहले से सेट की हुई वैल्यू दी गई होती हैं जिसे आप सीन में लाइटिंग के हिसाब से एडजस्ट कर सकते हैं।

कुछ कॉमन व्हाइट बैलेंस प्रीसेट जो अधिकतर डीएसएलआर या मिररलेस कैमरा में दिए जाते हैं वह है:-

Auto 

इसके बारे में हमने अभी ऊपर बात की और यह एक डिफॉल्ट प्रीसेट रहता है। अगर आपने व्हाइट बैलेंस की सेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया है तब अपने आप से आपका कैमरा ऑटो व्हाइट बैलेंस लेते हुए फोटो खींचेगा।

Sunlight / Daylight  

इस प्रीसेट का उपयोग आप दोपहर में कर सकते हैं जब बाहर शूटिंग करते समय सूर्य की रोशनी सीधा आपके सब्जेक्ट के ऊपर पड़ती है।

Cloudy

इस प्रीसेट का उपयोग उस समय किया जा सकता है जब जब सूर्य की रोशनी पर्याप्त नहीं होती और बादल छाए रहते हैं जिसके कारण मौसम हल्का-हल्का धुंधला सा लगता है ।

जैसे ही आप क्लाउड प्रीसेट का उपयोग करेंगे तो आपकी फोटो में अधिक गर्म रंग हाईलाइट हो जाएंगे जैसा कि सनलाइट के समय होता है।

Shade

यह white balance preset, cloudy से अधिक गर्म टोन प्रदान करता है और इसके कारण आपकी फोटो में नारंगी रंग की अधिकता हो जाती है।

शेड प्रीसेट का उपयोग बेहतरीन ढंग से सूर्योदय और सूर्यास्त की फोटो लेने के समय किया जा सकता है।

जैसे मान लें आपको सूर्योदय या फिर सूर्यास्त की फोटो खींचनी है और उस समय आपका वाइट बैलेंस प्रीसेट ऑटो पर है ।

तब ऑटो फंक्शन बादलों में आने वाले नारंगी लाल रंग को सफेद बना देगा जिसके कारण आसमान आपको बिल्कुल सफेद दिखेगा जो देखने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा।

अब अगर आपको अपनी फोटो में लाल या नारंगी टोन को हाईलाइट करना है तो फिर आपको ऑटो को छोड़ कर के क्लाउड या शेड प्रीसेट को चुनना पड़ेगा जिसके कारण थोड़ी सी गर्म टोन आपके फोटो में आए और फोटो देखने में बेहतरीन लगे।

Incandescent

ये वाइट बैलेंस प्रीसेट आपके फोटो में नीला रंग घोल देता है |

इस सेटिंग को आप बल्ब की रौशनी में उपयोग करें जब सीन में नारंगी या पीलापन अधिक होता है |

Flash 

जब भी आप कैमरा फ़्लैश का इस्तेमाल करते हैं तब flash white balance preset का उपयोग करें |

Choose WB

ये सेटिंग सभी कैमरा में होती है पर अलग अलग नाम से |

हो सकता है कोई फिक्स प्रीसेट आपको सीन के हिसाब से उपयुक्त न लग रहा हो तब आप खुद का वाइट बैलेंस सेट कर सकते हैं |

बस इसके लिए आपको choose WB setting को चुनना होगा और कैमरा को सीन पर फोकस करना होगा |

बस उस सीन के हिसाब से आपका वाइट बैलेंस सेट हो जायेगा |

और अंत में…

अगर आप फोटोग्राफी की शुरुआत कर रहे हैं तब आपके लिए white balance के बारे में जानना बेहद आवश्यक है |

बेहतरीन फोटोग्राफी के लिए आपको सीन के हिसाब से लाइटिंग को एडजस्ट करना पता होना चाहिए जिसे आप इस लेख को पढ़ कर और प्रैक्टिस करके सीख सकते हैं |

हमें कमेंट कर बताएं आपको ये आर्टिकल कैसा लगा और आप वाइट बैलेंस से सम्बंधित और क्या जानकारी चाहते हैं |

इस आर्टिकल को अधिक से अधिक शेयर करें और हमारे बाकी फोटोग्राफी आर्टिकल्स को पढना न भूलें | 

शेयर करें!

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top