Last Updated on November 10, 2022 by अनुपम श्रीवास्तव
क्या आप जानते हैं कि कैमरा कितने प्रकार के होते हैं (Types of camera) क्योंकि इनके बारे में एक ही जगह सभी जानकारियां नहीं मिलती हैं |
फोटोग्राफी में करियर बनाने या इसमें रुचि रखने वालों के लिए बाज़ार में ढेरों कैमरा मॉडल उपलब्ध हैं जिनमें से किसी एक को चुनना बहुत बड़ा प्रोजेक्ट होता है |
अब इतने प्रकार के कैमरा में से क्या बढ़िया है और क्या नहीं इसका चुनाव मेरे लिए भी बहुत मुश्किल था|
मैं हमेशा कहता रहता हूँ कि कैमरा किसी भी टाइप का चुनें पर वह आपकी ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम होना चाहिए |
आप मेरी फोटोग्राफी यात्रा के बारे में जान यहाँ से जान सकते हैं और यह पता कर सकते हैं कि- मुझे कौन सा कैमरा खरीदना चाहिए?
हांलकि बहुत से कैमरे के बारे में हमने अलग अलग पोस्ट में बताया है पर आज एक ही स्थान पर आप विभिन्न कैमरा प्रकार के बारे में जानकारी पा सकेंगे |
Learn Basic Photography in Hindi सीरीज के भाग # 3 में आपका स्वागत है |
आज हम जानेंगे कि फोटोग्राफी के लिए कैमरा कितने प्रकार के होते हैं जिससे आप यह जान सकें कि आपके लिए कौन सा कैमरा बेहतर है?
तो चलिए different types of camera के बारे में जानते हैं |
कैमरा प्रकार : कितने तरह के Camera होते हैं | Types of Camera in Hindi
वैसे देखा जाये तो ढेरों प्रकार के कैमरा बाजार में उपलब्ध हैं पर हमने उन सबमे से अधिकतर उपयोग होने वाले कैमरों को छांट कर यहाँ प्रस्तुत किया है |
1. कैमरा के प्रकार : स्मार्टफोन
क्या आप जानते हैं कि सभी प्रकार के कैमरा में स्मार्टफोन ही ऐसा है जिसने डिजिटल कैमरा का मार्केट तोड़ दिया है |
यकीन नहीं होता न |
CIPA यानि Camera & Imaging Products Association जो एक अंतर्राष्ट्रीय उद्योग संघ है जिसका मुख्य कार्य डिजिटल कैमरों सहित सभी इमेजिंग संबंधित उपकरणों का विकास, उत्पादन या बिक्री है के अनुसार –
अब इस ग्राफ को देख कर आपको क्या समझ आया |
1951 से लेकर करीब 2010 तक फोटोग्राफी कैमरा में जबरदस्त बूम आया पर अचानक 2010 के बाद ऐसा क्या हुआ जिससे फोटोग्राफी कैमरा का बाज़ार धड़ाम हो गया |
जी ! आप सही समझे |
इसका कारण है घटती लेटेस्ट कैमरा फोन की कीमतें और दिनों दिन उन्नत होती तकनीक |
कैमरा फोन आजकल बहुत एडवांस हो चुके हैं और आजकल इनमें आपको 108 मेगापिक्सेल सेंसर, f1.5 अपर्चर और बढ़िया ऑप्टिकल ज़ूम भी मिल रहा है|
हांलकि यह एक मिररलेस या डीएसएलआर से अभी भी पीछे है पर हो सकता है आने वाले समय में यह इन्हें भी टक्कर दे सके |
2. Types of Camera : पॉइंट एंड शूट
पॉइंट एंड शूट को आप कॉम्पैक्ट कैमरा भी कह सकते हैं जिन्हें एंट्री लेवल में रखा जा सकता है |
पॉइंट एंड शूट कैमरा को हम तीन और प्रकार में बाँट सकते हैं |
क्या हैं वो- आइये ऐसे कैमरा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं|
2.1 अल्ट्रा कॉम्पैक्ट (Ultra Compact) कैमरा क्या है?
यह उपयोग में बहुत ही आसान होते हैं और कोई भी इन्हें बिना कुछ सीखे आसानी से चला सकता है |
कुछ सालों पहले तक अल्ट्रा कॉम्पैक्ट पॉइंट एंड शूट कैमरे कम दाम और वज़न के कारण बहुत लोकप्रिय थे पर अब मोबाइल कैमरा की वजह से सबकी पसंद से बाहर होते जा रहे हैं |
इस प्रकार के कैमरा फुल ऑटो मोड, ऑटोफोकस और साधारण ज़ूम (करीब 10X) तक के साथ आते हैं |
यदि आपको इतना ज़ूम भी कम लग रहा है तब आइये इसी श्रेणी में आपको एक और कैमरे के बारे में जानकारी देते हैं|
2.2 सुपर ज़ूम कॉम्पैक्ट (Super Zoom Compact) कैमरा क्या है?
सुपर ज़ूम कॉम्पैक्ट Camera एक type से पॉइंट एंड शूट का ही एक रूप है जिसमे 10X से अधिक ज़ूम होता है |
जिन्हें लेंसों में अधिक पैसा नहीं लगाना हो और रोज़मर्रा की फोटोग्राफी करनी हो उनके लिए सुपर ज़ूम कॉम्पैक्ट कैमरा बढ़िया होता है |
अब आप कहेंगे कि फोटोग्राफी के लिए कॉम्पैक्ट कैमरा तो ठीक नहीं हैं क्योंकि एक तो वह पूरी तरह से आटोमेटिक होते हैं और उनका सेंसर भी छोटा होता है (1/2.3 इंच तक ) |
क्या आपको पता है कि कॉम्पैक्ट या पॉइंट एंड शूट कैमरा में एक और प्रकार का कैमरा होता है जिसमें वो सभी खूबियाँ हैं जो बढ़िया फोटोग्राफी के लिए ज़रूरी हैं ?
चलिए ऐसे टाइप के कैमरा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं |
देखना न भूलें! |
2.3 लार्ज सेंसर कॉम्पैक्ट (Large Sensor Compact) कैमरा क्या है?
अपने शुरूआती दिनों में (2004- 2012) साधारण पॉइंट एंड शूट कैमरा की बड़ी चर्चा थी क्योंकि ऐसे सस्ते और उपयोग में बड़े आसान थे और डीएसएलआर बड़े महंगे हुआ करते थे |
धीरे धीरे सबको इनकी कमियों के बारे में पता चलने लगा और सन 2012 में ही कैनन ने अपना पहला लार्ज सेंसर कॉम्पैक्ट कैमरा G1 X मार्क I बाज़ार में उतारा जिसमे बड़ा 1.5 इंच का सेंसर था |
अब जितना बड़ा सेंसर का आकार होगा उतनी ही बढ़िया तस्वीर वह कम रौशनी में ले सकता है, बाकी आप समझ ही सकते हैं |
इस पोस्ट में पा सकते हैं आप कैमरा सेंसर के बारे में और अधिक जानकारी |
यही नहीं इस कैमरे में पूरे मैन्युअल कण्ट्रोल भी थे जिससे आप अपने कैमरे को पूरी तरह अपने हिसाब से नियंत्रित कर सकते थे |
आजकल ढेरों ऐसे कैमरे है जिनमें 1 इंच का सेंसर और फुल मैन्युअल कण्ट्रोल हैं जैसे सोनी का RX 100 सीरीज का कैमरा |
सोनी के इस कैमरे का ऑटोफोकस और 4K वीडियो क्वालिटी तो इतनी शानदार है कि एक साधारण डीएसएलआर भी शरमा जाये |
बड़े सेंसर वाले कॉम्पैक्ट कैमरा सभी प्रकार से बेहतरीन हैं पर यह काफी महंगे मिलते हैं |
3. Types of Camera : ब्रिज कैमरा
क्या आप एक ऐसा कैमरा चाहते हैं जो डीएसएलआर जैसा दिखता हो और फीचर भी डीएसएलआर वाले ही हों पर लेंस बदलने का कोई झंझट न रहे |
क्या आप जानते हैं कि ब्रिज कैमरा क्या होता है?
अब पेश है आपके लिए एक ब्रिज कैमरा जिसमे आपको बढ़िया ज़ूम , फुल मैन्युअल कण्ट्रोल के साथ साथ शानदार वीडियो क्वालिटी भी मिलती है और वह भी ठीक ठाक दाम में |
अब आप पूछेंगे कि भई यह ब्रिज ……यानि की पुल …..यह भी भला कोई नाम हुआ |
पर साहब, फोटोग्राफी कैमरा उद्योग ने यह नाम बहुत ही सोच समझ कर रखा है |
ब्रिज कैमरा एक डीएसएलआर और ऑटोमैटिक कॉम्पैक्ट कैमरा के बीच की खाई को भरता है |
कैसे ?
एक पुल या ब्रिज बना के, इसलिए इसका नाम ब्रिज कैमरा है |
डीएसएलआर जैसे फीचर पर पॉइंट एंड शूट सुपर ज़ूम कैमरे की तरह लम्बा ज़ूम |
यही नहीं ब्रिज कैमरा में भी 1/2.3 से लेकर 1 इंच का बड़ा सेंसर आता है और यह RAW फॉर्मेट को भी सपोर्ट करता है |
हमने ब्रिज कैमरे का बहुत उपयोग किया है और आज भी कर रहे हैं वाइल्डलाइफ या लॉन्ग ज़ूम फोटोग्राफी के लिए |
सच कहूं तो एक शुरूआती तौर पर फोटोग्राफी सीखने वाले के लिए ब्रिज कैमरे वरदान हैं जिसमें सोनी के RX10 सीरीज के बारे में तो पूछिए ही मत जिसे “King of all bridge cameras” की संज्ञा दी गयी है |
4. डिजिटल कैमरा के प्रकार : डीएसएलआर
अब नंबर आता है उस कैमरे का जो आज सब की आँख का तारा है |
मैंने सच कहा न |
DSLR का full form होता है Digital Single lens Reflex Camera और यह कैमरा प्रोफेशनल फोटोग्राफ़रों में बहुत मशहूर है |
आप इस पोस्ट को पढ़ कर जान सकते हैं कि डीएसएलआर कैमरा कैसे काम करता है ?
डीएसएलआर कैमरे सभी प्रकार के कैमरों में सबसे भारी और फीचर से भरपूर होते हैं |
डीएसएलआर कैमरा में लेंस बदलने की सुविधा के साथ ही आपको पूरे मैन्युअल कण्ट्रोल भी मिलते हैं जिससे आप अपनी फोटोग्राफी को एक नया आयाम दे सकते हैं |
इस प्रकार के कैमरे में बड़ा सेंसर, बेहतर डायनामिक रेंज और आजकल तो 4K वीडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा भी मिल रही है |
डीएसएलआर में भी अनेक प्रकार के और हर दाम के कैमरे मौजूद हैं और Canon, Nikon और Sony प्रमुख ब्रांड्स हैं |
आप यह न सोचें कि केवल तीन ही कंपनियां कैमरा बनाती हैं पर इन मुख्य तीन कंपनियों के अलावा भी Panasonic, Olympus, Fuji, Pentax, Ricoh और Leica भी DSLR कैमरे बनाती हैं |
हांलाकि अब पूरी तरह से Panasonic, Olympus और Fuji मिररलेस कैमरा की ओर रुख कर चुके हैं |
डी.एस.एल.आर कैमरे में भी दो प्रकार के कैमरे बाज़ार में मौजूद हैं – फुल फ्रेम और क्रॉप सेंसर |
4.1 फुल फ्रेम डीएसएलआर कैमरा क्या है?
सेंसर और क्रॉप के बार और अधिक जानकारी के लिए आप पहले कैमरा सेंसर वाला पोस्ट पढ़ें फिर वापस यहाँ आयें |
आपको याद दिला दूं कि जब फिल्म रोल से फोटोग्राफी की जाती थी तब फिल्म को 35 mm साइज़ के नाम से जाना जाता था |
इसी 35 mm फिल्म का आकार होता था – 36 mm x 24 mm
जो काम पुराने जमाने के SLR कैमरा की फिल्म का था वही काम आज के डीएसएलआर के सेंसर का है |
फुल फ्रेम सेंसर डीएसएलआर कैमरा का मतलब है वह सेंसर साइज़ जो 35 mm फॉर्मेट फिल्म के बराबर हो यानि – 36 mm x 24 mm
फुल फ्रेम डीएसएलआर कैमरे अपने बड़े सेंसर के कारण भारी और महंगे आते हैं पर यह प्रोफेशनल फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन माने जाते हैं |
इन कैमरों की डायनामिक रेंज और कम रौशनी में फोटो खींचने की क्षमता बेहतरीन होती है इसीलिए यह मशहूर फ़ोटोग्राफ़रों की पहली पसंद होते हैं |
आम प्रकार के कैमरों की अपेक्षा इनका फील्ड ऑफ़ व्यू बड़ा होता है और ये बढ़िया बैकग्राउंड ब्लर भी देते हैं |
4.2 क्रॉप सेंसर डीएसएलआर कैमरा [APSC कैमरा] क्या है?
क्रॉप सेंसर डीएसएलआर कैमरा को APSC के नाम से भी जाना जाता है |
APSC का full form होता है Advanced Photo System type-C और यह एक प्रकार का इमेज सेंसर फॉर्मेट है |
APSC फॉर्मेट का सेंसर 35mm फिल्म या फुल फ्रेम सेंसर से छोटा होता है और इसी कारण से इस टाइप के कैमरे छोटे और तनिक हलके होते हैं |
अब APSC कैमरे का सेंसर कितना छोटा होगा उसका निर्धारण क्रॉप फैक्टर से होता है इसलिए इस प्रकार से कैमरे को क्रॉप सेंसर कैमरा भी कहा जाता है |
सभी कंपनियों का क्रॉप और सेंसर आकार अलग रहता है जैसे –
कैमरा | क्रॉप | सेंसर आकार (mm) |
Nikon | 1.5X | 23.5 x 15.6 |
Sony | 1.5X | 23.5 x 15.6 |
Canon | 1.6X | 22.3 x 14.9 |
फोटोग्राफी के लिए क्रॉप सेंसर कैमरा बहुत मशहूर हैं क्योंकि यह फुल फ्रेम की अपेक्षा सस्ते मिलते हैं पर इनका डायनामिक रेंज फुल फ्रेम कैमरों से कम होता है |
यदि आप आप वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी में रुचि रखते हैं हैं तब तो आपके लिए क्रॉप सेंसर कैमरा बढ़िया रहेगा क्योंकि ऐसे कैमरे में आपको अधिक ज़ूम मिल जाता है |
कैसे ?
मान लें आपके पास एक 300mm का लेंस है |
चूँकि एक फुल फ्रेम में कोई क्रॉप नहीं होता है इसलिए यह लेंस लगाने के बाद आपको 300 mm का ही फोकल लेंग्थ मिलेगा |
अब यही लेंस जब आप एक क्रॉप सेंसर या APSC कैमरे में लगायेंगे तब आपको यह फोकल लेंग्थ मिलेगा |
300 x 1.5 = 450 mm (सोनी /निकोन)
300 x 1.6 = 480 mm (कैनन)
तो देखा आपने जितना अधिक क्रॉप उतना ही अधिक फोकल लेंग्थ (यानि ज़ूम ) |
APSC कैमरे शुरूआती फोटोग्राफी (Beginners) से लेकर सेमी प्रोफेशनल (Semi Professional) होते हुए पेशेवर (Professional) तक की श्रेणी में मिलते हैं |
5. डिजिटल कैमरा के प्रकार : मिररलेस
मिररलेस कैमरा आज का सेंसेशन है |
सभी मुख्य फोटोग्राफी कैमरा कंपनियां आजकल मिररलेस कैमरा या MILC कैमरा पर अधिक फोकस कर रही हैं क्योंकि आने वाले समय में यही सबसे पहली पसंद बन जायेगा |
MILC का full form होता है Mirrorless interchangeable lens camera और डीएसएलआर के विपरीत इसमें ऑप्टिकल मिरर नहीं होता है |
इस प्रकार के कैमरा के सारे फीचर डीएसएलआर जैसे ही होते हैं और इसमें लेंस बदलने की सुविधा भी रहती है पर MILC एक डीएसएलआर से हलके होते हैं |
मिररलेस कैमरा एक डीएसएलआर से तेज ऑटोफोकस करता है ख़ास कर वीडियो शूट के दौरान और इन कैमरों की वीडियो क्वालिटी भी बेहतर होती है |
मिररलेस कैमरा को हम सेंसर आकार के आधार पर तीन प्रकार से बाँट सकते हैं – फुल फ्रेम, क्रॉप सेंसर और माइक्रो फोर थर्ड्स |
5.1 फुल फ्रेम मिररलेस कैमरा क्या है?
फुल फ्रेम मिररलेस कैमरा के सेंसर का आकार भी एक डीएसएलआर फुल फ्रेम कैमरे के जैसा ही होता है यानि 36 mm x 24 mm |
फुल फ्रेम मिररलेस कैमरों की श्रेणी में आज तो सोनी, पनासोनिक और फूजी अग्रणी हैं पर कैनन और निकोन भी तेजी से ऊपर आ रहे हैं |
5.2 क्रॉप सेंसर मिररलेस कैमरा [APSC कैमरा] क्या है?
क्रॉप सेंसर मिररलेस कैमरा का सेंसर फुल फ्रेम से छोटा होता है और इनका क्रॉप फैक्टर एक डीएसएलआर जैसा ही होता है |
क्रॉप सेंसर कैमरे एक फुल फ्रेम से तनिक हलके और दाम में भी कम होते हैं |
जो लोग फोटोग्राफी की शुरुआत कर रहे हैं उनके लिए ऐसे कैमरे बेहतरीन हैं |
इसके अलावा जिनको पोर्टेबिलिटी ही प्रमुख है पर कम दाम देते हुए अपनी फोटो और वीडियो में कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं करना चाहते हैं उनके लिए क्रॉप सेंसर मिररलेस कैमरे बेहतर हैं |
5.3 माइक्रो फोर थर्ड्स मिररलेस कैमरा क्या है?
अब आप पूछेंगे कि –
Micro Four Thirds Camera क्या होता है और क्या यह एक मिररलेस कैमरा है |
आइये ऐसे कैमरा के बारे में जानकारी लेते हैं |
Micro Four Thirds को MFT या M4/3 के नाम से भी जाना जाता है | MFT एक मानक है जिसे सन 2008 में Panasonic ने Lumix नाम से विकसित किया था जिसे 2009 के बाद Olympus ने भी अपनाया | |
सबसे पहला मिररलेस कैमरा एक Micro Four Thirds Camera था जिसे Panasonic ने 2008 बाज़ार में उतारा था और इसका नाम था Panasonic Lumix DMC-G1.
माइक्रो फोर थर्ड्स मिररलेस कैमरा में 2X का क्रॉप फैक्टर होता है और इनका सेंसर आकार 17.3mm x 13mm होता है |
MFT कैमरे हलके होते हैं , ज़ूम अधिक मिलती है और इनके लिए लेंस की भी बहुतायत है क्योंकि कोई भी लेंस Panasonic या Olympus कैमरों में अदल-बदल कर उपयोग किया जा सकता हैं |
Micro Four Thirds Camera का ऑटोफोकस एक डीएसएलआर से तेज पर बाकी मिररलेस (जैसे सोनी ) से धीमा होता है |
वीडियो के लिए माइक्रो फोर थर्ड्स कैमरा बहुत मशहूर हैं ख़ास कर पनासोनिक के GH सीरीज के कैमरे |
6. Camera Types : फिल्म कैमरा
फिल्म कैमरा के बारे में बात किये बिना तो फोटोग्राफी अधूरी है क्योंकि ये फोटोग्राफी के शुरूआती दिनों से था |
फिल्म कैमरा का कार्य बहुत ही सरल होता है और इसके बारे में आप हमारे फोटोग्राफी सीरीज भाग -2 में अधिक जान सकते हैं |
ये कैमरा पूरी तरह से मैकेनिकल होते हैं और इनमें एक फिल्म रोल का प्रयोग होता है |
इस प्रकार के कैमरे की डायनामिक रेंज बेहतरीन होती है पर आप कितनी तस्वीर खींच पाएंगे यह फिल्म रोल पर ही निर्भर करता है |
ऐसा नहीं है कि फिल्म कैमरा आज पूरी तरह ख़त्म हो चुके हैं बल्कि अलग अलग प्रकार में आज भी मौजूद हैं |
आइये जानते हैं क्या हैं वो |
6.1. 35mm फिल्म फोटोग्राफी कैमरा क्या है?
35mm फॉर्मेट के कैमरे बड़े मशहूर हुआ करते थे और यह बड़ा ही पोर्टेबल और चलाने में आसान होता था |
ऐसे कैमरों में फोटोग्राफी करने के बाद आपको फिल्म को डेवेलोप करना पडता है जो एक लम्बा प्रोसेस होता है |
हांलाकि आज इस प्रकार के कैमरे का बाजार लगभग ख़त्म हो चुका है पर आज भी आप इन्हें सेकंड हैण्ड ले सकते हैं और फोटोग्राफी के दिनों को याद कर सकते हैं |
मेरे पास अभी भी 35mm फॉर्मेट का कोडक कैमरा रखा हुआ है |
आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए आज भी निकोन अपने SLR कैमरा F6 का उत्पादन जारी रखे हुए है |
35mm फिल्म कैमरा के अलावा भी मीडियम फॉर्मेट और लार्ज फॉर्मेट फिल्म कैमरा होते हैं जिनका फिल्म एक साधारण 35mm फिल्म से बड़ा होता है |
6.2. इंस्टेंट फिल्म कैमरा क्या है?
इंस्टेंट कैमरा आजकल काफी मशहूर है और इनका प्रयोग बहुत लोग कर रहे हैं |
इस प्रकार के कैमरे के भीतर ही खींची हुई फोटो अपने आप डेवेलोप होकर बाहर आ जाती है और आपको फिल्म को किसी स्टूडियो में नहीं देना पड़ता है |
आपने Polaroid कैमरे का नाम तो ज़रूर सुना होगा जिसने पहला इंस्टेंट कैमरा बनाया था |
हांलाकि पोलारोइड की पुरानी तकनीक वाले फिल्म कैमरे आजकल तो नहीं आ रहे हैं पर इसी तकनीक के आधार पर कई नई कंपनियां बाज़ार में दस्तक दे चुकी हैं जिनके इंस्टेंट फिल्म कैमरे लोगो को बहुत पसंद आ रहे हैं |
कुछ ऐसे ही कैमरे हैं Fujifilm Instax Series, Leica, Lomography और Polaroid
6.3. डिस्पोजेबल फिल्म कैमरा क्या है?
जैसा की नाम से पता चलता है डिस्पोजेबल कैमरे केवल एक बार प्रयोग किये जा सकते हैं |
Kodak और Fuji जैसी कंपनियां इस प्रकार के कैमरे बनाती हैं और यह मुख्यतः टूरिस्ट और वेडिंग फोटोग्राफी में उपयोग किये जाते हैं |
इन कैमरों में 35mm फिल्म पड़ी रहती है और एक बार के प्रयोग के बाद उन्हें डेवेलोप करने के लिए कंपनी में देना पड़ता है |
डिस्पोजेबल फिल्म कैमरा उपयोग में बेहद आसान और दाम में काफी कम होते हैं |
7. डिजिटल कैमरा के प्रकार : एक्शन कैमरा
एक्शन कैमरा एक ऐसा मजबूत और वाटरप्रूफ कैमरा है जो एक्सट्रीम स्पोर्ट्स और एडवेंचर शूट करने के लिए बना है |
आजकल गोप्रो कैमरा को ही एक्शन कैमरा कहा जाता है पर इसके अलावा भी DJI और सोनी जैसी कंपनियां एक्शन कैमरा बनाती हैं |
एक्शन कैमरा का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये बहुत छोटे हैं, आप इन्हें कहीं भी लगा सकते हैं और यह ठीक ठाक दाम में भी उपलब्ध हैं |
एक्शन कैमरा वैसे तो वीडियो शूट और टाइम लैप्स के लिए जाने जाते हैं पर इनसे फोटोग्राफी भी की जा सकती है |
पायें यहाँ से एक्शन और गोप्रो कैमरा के बारे में अधिक जानकारी |
8. डिजिटल कैमरा के प्रकार: 360 कैमरा
आपने वर्चुअल रियलिटी का आनंद ज़रूर लिया होगा जिसे देखकर ऐसा लगता है कि आप किसी तस्वीर या वीडियो के भीतर घुस गए हों |
360 कैमरा कुछ ऐसी ही तस्वीर / वीडियो शूट कर सकता है |
360 कैमरा में आगे और पीछे दो लेंस लगे होते हैं जो एक ही समय में 180 अंश शूट करते हैं फिर उन्हें सॉफ्टवेयर की मदद से जोड़ कर 360 डिग्री वाली बेहतरीन तस्वीर बनाते हैं |
किसी एक्शन कैमरे की तरह से ही यह वाटर प्रूफ और हलके होते हैं और इन्हें कहीं भी लगाया या फिक्स किया जा सकता है |
एक ख़ास तरह ही फोटोग्राफी (360 पैनोरमा) के लिए इस टाइप का कैमरा ट्रेवल फोटोग्राफ़रों के बीच बहुत लोकप्रिय है |
Instax360, GoPro Fusion, Ricoh Theta, Yi 360 और Kodak PixPro जैसी कुछ मशहूर कंपनियां हैं जो 360 कैमरा बनाती हैं |
9. Types of Digital Cameras : मीडियम फॉर्मेट डिजिटल कैमरा
हम जानते हैं कि फोटोग्राफी में 35 mm को एक मानक माना गया है क्योंकि इसी के आधार पर आजकल सभी डिजिटल कैमरे के सेंसर बनाये जाते हैं |
मीडियम फॉर्मेट डिजिटल कैमरा में 120mm फिल्म का प्रयोग होता है जो काफी बड़ा है और इसी कारण से मध्यम फॉर्मेट कैमरा की तस्वीर बहुत अधिक क्वालिटी वाली होती है |
जहाँ एक ओर 35mm फिल्म/सेंसर का आकार 36mm x 24mm होता है वहीँ 120mm फिल्म/सेंसर का आकार 54mm x 44mm या 44mm x 33mm हो सकता है |
चूँकि इस प्रकार के कैमरे का सेंसर बड़े आकार का होता है इसलिए इनका रेसोलुशन भी बहुत अधिक होता है (करीब 100 मेगापिक्सल तक)|
मीडियम फॉर्मेट डिजिटल कैमरा का फील्ड ऑफ़ व्यू बड़ा होता है और ये कम रौशनी में भी बढ़िया तस्वीर खींच सकते हैं |
इस प्रकार के कैमरों का दाम बहुत अधिक होता है और साधारण डिजिटल कैमरा से यह काफी भारी होते हैं |
Hasselblad, Fuji और Pentax कुछ मध्यम फॉर्मेट डिजिटल कैमरे हैं जो फैशन और पोर्ट्रेट फोटोग्राफी के लिए जाने जाते हैं |
10. Different Camera Name : सिने डिजिटल कैमरा
सिने डिजिटल कैमरा का प्रयोग मुख्यतः सिनेमा के लिए होता है और यह देखने में काफी बड़े होते हैं |
सिने कैमरा का प्रयोग हाई क्वालिटी वीडियो शूटिंग के लिए होता है जो 8K वीडियो तक शूट कर सकते हैं |
इस प्रकार के कैमरे चूँकि प्रोफेशनल लोगो के लिए ही होते हैं इसलिए काफी महेंगे मिलते हैं और इनमें लेंस बदलने का भी विकल्प रहता है |
Blackmagic, ARRI, Canon और Sony सिने डिजिटल कैमरा बनाने में अग्रणी हैं |
मैंने सिने कैमरा के बारे में Quora के इस पोस्ट में लिखा है जो आप पढ़ सकते हैं |
और अंत में…
फोटोग्राफी बेसिक्स के इस पोस्ट में आपने कैमरा प्रकार (types of camera) के बारे में जाना |
मुझे लगता है इस पोस्ट को पढ़ कर आपको यह कॉन्फिडेंस जरूर आया होगा कि आपके लिए किस type का camera बेहतर है |
यदि आप फोटोग्राफी से जुड़े कुछ भी सवाल पूछना चाहते है या इस लेख में कुछ सुधार चाहते हैं तो हमें कमेंट अवश्य करें |
हमारी यह फोटोग्राफी सीरीज ऐसे ही जारी रहेगी |
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