प्री वेडिंग शूट का मतलब है शादी से पहले किया जाने वाला एक ऐसा फोटो सेशन जो शादी के दिन से कुछ हफ्ते या महीने पहले किया जाता है |
बीते कुछ समय से देखा जाये तो भारत में इसका क्रेज बढ़ता ही जा रहा है और हर युगल जोड़े अपने हिसाब से pre wedding photshoot करवाना चाहते हैं |
आज के इस लेख में हम बात करेंगे कि प्री वेडिंग फोटोग्राफी क्या होती है, इसके क्या फायदे हैं, कैसे की जाती है और इसमें अमूमन कितना खर्चा आता है |
प्री वेडिंग शूट क्या होता है | What is Pre Wedding Shoot in Hindi
Pre Wedding Shoot का Hindi meaning होता है शादी से पहले किया जाने वाला फोटोशूट।
प्री वेडिंग फोटोशूट एक ऐसा फोटोग्राफी सेशन होता है जो मुख्य शादी के कार्यक्रम से पहले किया जाता है।
इसे तरह तरह के नामों से जाना जाता है जैसे प्री वेडिंग शूट, प्री वेडिंग फोटोशूट या प्री वेडिंग फोटोग्राफी।
भारत में यह फोटो शूट मंगनी यानि इंगेजमेंट के कार्यक्रम के बाद और शादी के मुख्य कार्यक्रम से पहले होता है और इसकी मदद से कपल्स अपनी इन सुनहरी यादों को संजो करके रख सकते हैं।
इस ख़ास दिन पर युगल जोड़े बढ़िया से तैयार होकर रोमांटिक अंदाज में फोटोशूट करवाते हैं जिन्हें वह लोग शादी के एल्बम, निमंत्रण पत्र या सोशल मीडिया पर उपयोग करते हैं |
बीते कुछ वर्षों में देखा जाए तो pre wedding photography भारत में बहुत ही ज्यादा मशहूर हुए हैं और आज की दशा में इस प्रकार की फोटोग्राफी बहुत ही आम हो गई हैं।
हालांकि इस फोटोशूट की मदद से दूल्हा-दुल्हन को अपनी प्रेम कहानी दिखाने का मौका तो मिलता ही है साथ ही साथ इस सेशन के बाद से कैमरा क्रू के सामने वह लोग और भी अधिक सुविधाजनक महसूस करने लगते हैं जिसका फायदा उन्हें मुख्य शादी के दौरान की जाने वाली फोटोग्राफी में होता है।
Pre Wedding Photography भारत में इतनी मशहूर क्यों है?
यह तो सही है कि विगत कुछ वर्षों से भारत में प्रीवेडिंग फोटोग्राफी का कारोबार बहुत ही ज्यादा फल फूल रहा है इसके कुछ प्रमुख कारण हैं –
1. सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव
मेरे हिसाब से प्री वेडिंग फोटोशूट के भारत में बेइंतहा मशहूर होने का जो सबसे बड़ा कारण है वह है सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव।
सोशल मीडिया की मदद से कपल्स अपनी लव स्टोरी को दुनिया के साथ साझा करना चाहते है और इसलिए प्री वेडिंग शूट उन्हें वह मौका देता है।
कई बार ऐसा देखा गया है कि अपने मित्रों और नजदीकी रिश्तेदारों के इन फोटो शूट को सोशल मीडिया पर देख कर के बाकियों के मन में भी आने लगता है कि उन्हें ऐसा फोटोशूट कराना चाहिए और दुनिया को दिखाना चाहिए ।
यही कारण है जिसकी वजह से यह प्री वेडिंग फोटोग्राफी भारत में अत्याधिक मशहूर हो रहा है।
Pre wedding shoot का वीडियो एक प्रकार से उस पिक्चर के ट्रेलर के समान होता है जो मुख्य शादी के कार्यक्रम के दौरान फिल्माई जाने वाली है और यह एक तरह का रोमांच पैदा करने में मदद करता है |
2. अपनी बेशकीमती यादों को संजो कर रखने की चाहत
प्री वेडिंग फोटोग्राफी इन बेशकीमती यादों को संजो कर रखने का एक जरिया है जिससे कि कपल्स इन क्षणों को जिंदगी भर याद रख सकें।
यह फोटो शूट शादी के जोड़ों को याद दिलाता है कि मंगनी के बाद से मुख्य शादी के दिन उनकी यात्रा कैसी रही जिससे कि वह लोग अपने प्यार के इन पलों को कभी ना भुला सके।
Pre wedding photography कपल्स को एक ऐसा मौका देता है जिससे कि वह लोग अपनी रचनात्मकता यानी क्रिएटिविटी और अपने व्यक्तित्व को सही से इस दुनिया को दिखा सकें।
इसीलिए इस दिन तरह-तरह के लोकेशन और थीम को चुना जाता है जो इन कपल्स की पर्सनालिटी से मैच करता है और फिर उन्हें तरह-तरह के परिधान और एक्सेसरीज पहनाकर फोटोशूट करवाए जाता है।
तो कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि प्री वेडिंग फोटोग्राफी एक ऐसा चलन है जो आगे भी जारी रहेगा क्योंकि सगाई करने वाले जोड़े अपने शादी के अनुभव को और भी खास और यादगार बनाना जो चाहते हैं।
प्रीवेडिंग शूट के फायदे क्या है?
अब यह समझते हैं कि प्री वेडिंग शूट कराने के फायदे क्या क्या है:-
1. कैमरा के सामने सहज महसूस करना
अक्सर यह देखा गया है कि जब कोई फोटोग्राफर सीधा-सीधा आकर के शादी के कार्यक्रम में फोटोग्राफी करता है तो दूल्हा या दुल्हन उसके सामने असहज हो जाते हैं और इससे फोटो सही नही आती है।
अधिकतर लोगों को फोटो खिंचवाने की आदत नहीं होती है और जब भी कोई इस प्रकार का फोटोशूट होता है तो वह लोग घबराहट या कुछ अजीब महसूस करते हैं।
यह तो सही बात है कि फोटोग्राफर शादी के कार्यक्रम को शूट करने वाला है जो आपके जीवन का सबसे मुख्य कार्यक्रम है और इसलिए कपल्स को उसके सामने सहज महसूस कराना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।
जब आप निश्चिंत और सहज महसूस करेंगे तब फोटोग्राफी के दौरान बढ़िया कैंडिड मोमेंट्स आ सकेंगे।
2. फोटोग्राफर से जान पहचान बढ़ाना
Pre wedding photography कपल्स को अपने फोटोग्राफर को सही से जानने के लिए एक अवसर प्रदान करता है।
अधिकतर बार देखा गया है कि जो फोटोग्राफर प्री-वेडिंग शूट करता है वही शादी का शूट भी करता है और ऐसी दशा में अगर दूल्हा दुल्हन की पहचान उस फोटोग्राफर के साथ हो जाए तो फिर यह सही रहता है।
प्री वेडिंग फोटोशूट के दौरान आपका फोटोग्राफर आपकी पसंद और नापसंद को अच्छे से जान पाएगा और इस कार्यक्रम के दौरान और बाद में भी आप उसके साथ सहजता से पेश आ पाएंगे ।
इसी दौरान कपल्स भी फोटोग्राफर की शैली, दृष्टिकोण और व्यक्तित्व को जान पाएंगे जिससे कि वह उस से और बेहतर ढंग से बातचीत कर सकेंगे।
इससे फायदा यह होगा कि आपको जो भी फाइनल प्रोडक्ट वह फोटोग्राफर दे रहा है वह आपके आशा के अनुरूप ही होगा।
3. कीमती पलों को यादगार बनाता है प्री वेडिंग शूट
इंगेजमेंट के बाद से लेकर के शादी के दिन तक का समय पूरी तरह से युगल जोड़ों के नाम पर रहता है जिसमें वह अत्यंत उत्साही और प्रेम से भरपूर रहते हैं और इस समय को दर्ज करना बहुत ही जरूरी हो जाता है जिसमें प्री वेडिंग फोटोग्राफी बहुत काम आती है।
इसीलिए ये फोटोशूट ऐसे ही स्थानों पर आयोजित किए जाते हैं जो युगल जोड़ों के लिए एक विशेष दर्जा रखते रखते हैं और जो उनके व्यक्तित्व और रुचियों को भी दर्शाते हों ।
और इसीलिए इन स्मृतियों का उपयोग फोटो और वीडियो के माध्यम से पूरी जिंदगी भर किया जा सकता है।
4. प्री वेडिंग शूट कपल्स को क्रिएटिव होने का मौका देता है
Pre-wedding photography युगल जोड़ी को रचनात्मकता (creativity) व्यक्त करने का भरपूर अवसर प्रदान करता है।
इस दौरान वह लोग कोई भी एक स्थान, थीम या फिर कपड़े चुन सकते हैं जो उनके खास व्यक्तित्व और पसंद को दिखाता हो।
इसके बाद वह लोग तरह-तरह के पोज और कैमरा एंगल के साथ में प्रयोग करके एक से बढ़कर एक फोटो खिंचवा सकते हैं या फिर एक बेहतरीन प्री वेडिंग वीडियो बनवा सकते हैं।
इन फोटो और वीडियो का उपयोग इनविटेशन कार्ड बनवाने से लेकर के शादी के रिसेप्शन के दौरान स्लाइड शो की तरह प्ले करने में भी किया जा सकता है।
प्री वेडिंग शूट कैसे होता है?
Pre wedding shoot एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें कई चरण होते हैं।
आइए अब यह जानते हैं की प्री वेडिंग फोटोशूट कैसे किया जाता है।
प्री वेडिंग फोटोशूट की योजना बनाने में सबसे पहला कदम है कि किसी उपयुक्त स्थान और थीम का चुनाव करना।
युगल जोड़े कोई ऐसी जगह चुन सकते हैं जो उनके लिए विशेष हो जैसे कि वह जगह है जहां उनकी पहली मुलाकात हुई थी फिर उनकी सगाई हुई थी।
आजकल डेस्टिनेशन प्री वेडिंग थीम का काफी नाम है और इसलिए वह ऐसे स्थानों का भी चुनाव कर सकते हैं जो देखने में काफी खूबसूरत हो जैसे कि कोई पार्क, बीच, सिटीस्केप, किला, पहाड़ी स्थान इत्यादि।
अगर कपल्स के पास में कोई आईडिया नहीं है तो फोटोग्राफर लोग भी तरह-तरह के आईडिया देते हैं, और तो और उनके पास में पूरा सजा सजाया स्टूडियो भी रहता है खासतौर से इसी काम के लिए।
वैसे आजकल तो कुछ ऐसे स्टूडियो भी खुल गए हैं जहां पर बाकायदा फिल्मों जैसे ही तरह तरह के सेट लगाकर कपल्स का प्री-वेडिंग शूट किया जाता है।
कई बार बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु इत्यादि में प्री वेडिंग फोटोशूट कराना काफी महंगा रहता है तो आजकल सस्ते शहरों का भी चलन काफी बड़ा है जैसे जोधपुर, जयपुर, बनारस, लखनऊ इत्यादि।
अब फोटोशूट के लिए अगला जरूरी कदम है आउटफिट और एक्सेसरीज का सही चुनाव करना।
यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि युगल जोड़ों को ऐसे कपड़ों का चुनाव करना चाहिए जो काफी आरामदायक हो, आकर्षक हों और जो उनकी पर्सनालिटी को बेहतरीन ढंग से पर्दे पर दिखाते हों।
कपड़ों और एक्सेसरीज को चुनते समय उस स्थान और थीम को हमेशा साथ लेकर चलना चाहिए और अपना चुनाव कुछ ऐसा करना चाहिए जो इस पूरी सेटिंग का साथ देते हों और उसमें घुलमिल जा रहे हों।
उदाहरण के लिए सीन के हिसाब से कुछ एक्सेसरीज जैसे हैट, स्कार्फ या फिर कोई फैशनेबल ज्वेलरी फोटो और वीडियो में विजुअल इंटरेस्ट पैदा कर दूल्हा दुल्हन के व्यक्तित्व और भी अधिक निखार ला सकती है।
3. अपने फोटोग्राफर के साथ इन सब विचारों पर चर्चा करना
एक बार जब स्थान, थीम, पहनावा और एक्सेसरीज फाइनल हो जाते हैं तो उसके बाद कपल्स को फोटोग्राफर के साथ अपना आइडिया जरूर शेयर करना चाहिए और उससे राय बात करनी चाहिए।
यह बहुत जरूरी कदम है और इससे यह फायदा होता है कि फोटोग्राफर आपकी जरूरतों को समझ सकता है और अपनी राय रख सकता है।
यह सब सुनने के बाद फोटोग्राफर आपको बता सकता है कि किस प्रकार के पोज, एंगल या लाइटिंग का चुनाव करना चाहिए जिससे कि फोटो या वीडियो में कपल अपने बेहतरीन लुक में आ पाएंगे।
युगल जोड़ी को चाहिए कि वह लोग फोटोग्राफर के साथ खुलकर इस विषय पर बातचीत करें और अगर उन्हें कोई चिंता है या फिर उनके कोई विचार है तो फिर उससे अपना सवाल जरूर पूछें।
4. फाइनल Pre Wedding Photo Shoot
जिस दिन कपल्स को फोटोशूट कराना है उस दिन उन्हें उस स्थान पर जल्दी पहुंच जाना चाहिए ताकि उनके पास में सही ढंग से तैयार होने और आसपास के माहौल से परिचित होने का पर्याप्त समय हो।
यहां पर आप को ध्यान रखना होगा कि आपके पहुंचने के साथ ही प्रीवेडिंग फोटोग्राफी चालू नहीं हो जाएगी बल्कि लाइट और कैमरा सेटिंग को जांचने के लिए फोटोग्राफर शुरुआत में कुछ टेस्ट शॉट भी लेगा।
उसके बाद फोटोग्राफर कपल्स को यह बताएगा की कौन सा पोज देना है, किस एंगल पर पोज देना है, चेहरे के हाव भाव कैसे रखने हैं और बॉडी मूवमेंट किस तरीके से करनी है।
प्री वेडिंग शूट काफी लंबा भी खिंच सकता है इसलिए कपल्स के लिए यह जरूरी है कि वह लोग की फोटोशूट के दौरान मौज मस्ती के साथ समय समय पर थोड़ा आराम भी करते रहें।
इससे यह फायदा होगा कि थकावट उनके चेहरे पर नहीं दिखेगी और उससे नेचुरल कैंडिड फोटो खींचने में मदद मिलेगी।
5. पोस्ट प्रोडक्शन का काम
Pre wedding shoot खत्म होने के बाद समय आता है पोस्ट प्रोडक्शन का जिसमें फोटोग्राफर बहुत बिजी हो जाता है।
पोस्ट प्रोडक्शन में सबसे अच्छे फोटो का चुनाव करना, उन्हें रंग, दोष और कंट्रास्ट के लिए एडिट करना और किसी भी गलतियों को ठीक करना शामिल होता है।
इस दौरान कपल्स को ढेर सारी फोटो और वीडियो में से सिलेक्टेड को चुनना होता है और उन्हें फोटोग्राफर द्वारा अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा जा सकता है।
कुछ समय बाद जब फोटो एल्बम और वीडियो का फाइनल सेट तैयार हो जाएगा तो उसके बाद में युगल जोड़े इस बात का चुनाव कर सकते हैं कि वह उन्हें लोगों को कैसे दिखाना चाहते हैं।
चाहे तो वह इन्हें सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं या फिर अपने शादी के समारोह के अवसर पर एक स्लाइड शो/ वीडियो फिल्म के माध्यम से दिखा सकते हैं।
प्री वेडिंग फोटोशूट के खर्चे | Pre Wedding Shoot Price in India
पिछले कुछ सालों में प्री-वेडिंग फोटोग्राफी भारत में तेजी से लोकप्रिय हुई है और अब इसे पूरे वेडिंग फोटोग्राफी पैकेज का एक अहम हिस्सा माना जाता है।
हालाँकि, इस प्री वेडिंग शूट की प्राइस कई कारणों से अलग अलग हो सकती है और अब हम इन्हीं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि अलग अलग शहरों में इसमें कितना खर्चा होता है |
सबसे पहले आइये समझते हैं इस फोटोशूट की लागत का निर्धारण करने वाले कुछ कारक;
प्री वेडिंग शूट का प्राइस इन पर निर्भर है
1. स्थान
प्री वेडिंग फोटोग्राफी में होने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है कि आपने शूट के लिए कौन सा स्थान चुना है |
मान लें अगर किसी कपल ने कोई बहुत ही मशहूर या विदेशी जगह तयं की है तब तो पूरे फोटोशूट की लागत अधिक ही आएगी |
इसके अलावा जैसे किसी ने बीच या हिल स्टेशन पर photoshoot करने का सोचा तब भी उसके कुल खर्चे किसी स्थानीय पार्क चुनने की तुलना में अधिक ही होंगे |
2. प्री वेडिंग शूट का कुल समय
जितना लम्बा आपका फोटोशूट चलेगा तो जाहिर सी बात है वह कम समय की तुलना में अधिक खर्चीला होने वाला है |
ऐसा इसलिए है क्योंकि लम्बे समय में फोटोग्राफर को अधिक समय और संसाधनों की आवश्यकता होती है।
उदहारण के लिए अगर आप कोई 5 मिनट का सांग बनवाना है तब वह किसी आधे घंटे की शोर्ट फिल्म से सस्ता पड़ेगा |
उसी तरह से अगर आप अपने वीडियो को अधिक सिनेमेटिक बनवायेंगे तब उसी के हिसाब से और भी अधिक पैसा लगेगा |
3. उपकरण और सामान
फोटोशूट के दौरान इस्तेमाल होने वाले उपकरण और सामान, जैसे कैमरा, लेंस, लाइटिंग, प्रॉप्स, ड्रोन, क्रेन, बैकग्राउंड इत्यादि के खर्चे भी कुल खर्चों को प्रभावित करेंगे |
उदहारण के लिए अगर कोई वीडियो शूट न करवा के केवल फोटोशूट ही करवाता है तब उसके काफी खर्चे बच जायेंगे क्योंकि फोटोग्राफी में वीडियोग्राफी की अपेक्षा कम उपकरण लगते हैं |
4. फोटोग्राफर का अनुभव
Pre wedding photoshoot की कुल price इस बात पर भी निर्भर करती है कि फोटोग्राफर का कुल अनुभव कितना है और वह कितना फेमस है |
जाहिर सी बात है कि एक स्थापित और प्रसिद्ध फ़ोटोग्राफ़र नए या कम प्रसिद्ध फ़ोटोग्राफ़रों से अधिक ही चार्ज करेगा |
Photographer Level | Pre Wedding Shoot Cost (Rs/Day) |
Beginner | 10,000-15,000 |
Mid | 20,000-30,000 |
Mid-High | 40,000-50,000 |
High | Upto 1 Lakh |
कुछ फ़ोटोग्राफ़र आपसे घंटे के आधार पर शुल्क लेने के लिए भी तैयार हो सकते हैं तो इससे आपका फायदा हो सकता है | |
5. पोस्ट-प्रोडक्शन का काम
पोस्ट-प्रोडक्शन जैसे एडिटिंग और रीटचिंग के काम में भी काफी समय और पैसा लगता है और कुल खर्चा इस बात पर निर्भर करता है कि आपको फाइनल प्रोडक्ट कैसा चाहिए |
जैसे मान लें अगर आप अपने फोटोग्राफ को मैट फिनिश में चाहते हैं तब वह ग्लॉसी प्रिंट की अपेक्षा महंगा ही पड़ेगा |
भारतीय शहरों में Pre wedding Photoshoot की Average Price
प्री-वेडिंग फोटोशूट की लागत शहर और क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
यहाँ कुछ प्रमुख भारतीय शहरों में औसत खर्चे दिए जा रहे हैं |
Cities/Country | फोटोग्राफी (Rs/Day) | फोटोग्राफी + वीडियोग्राफी (Rs/Day) | सिनेमैटिक वीडियोग्राफी (Rs/Day) |
दिल्ली | 25,000 – 60,000 | 50,000-2,00,000 | 35,000-1,50,000 |
मुंबई | 30,000-75,000 | 50,000-2,50,000 | 40,000-2,50,000 |
कोलकाता | 15,000-50,000 | 30,000-1,50,000 | 25,000 – 100,000 |
चेन्नई | 10,000-60,000 | 25,000-2,00,000 | 25,000 – 100,000 |
बैंगलोर | 15,000-60,000 | 30,000-2,50,000 | 25,000 – 100,000 |
जयपुर | 15,000-80,000 | 35,000-2,00,000 | 25,000 – 200,000 |
गोवा | 30,000-100,000 | 45,000-2,50,000 | 40,000-2,50,000 |
लखनऊ | 10,000-50,000 | 20,000-1,25,000 | 20,000 – 100,000 |
कोच्चि | 25,000 – 100,000 | 40,000-1,50,000 | 35,000-1,50,000 |
अहमदाबाद | 15,000-100,000 | 40,000-2,00,000 | 25,000 – 150,000 |
दुबई | 50,000 – 200,000 | 80,000-3,50000 | 70,000 – 300,000 |
थाईलैंड | 35,000 – 150,000 | 70,000-3,00,000 | 50,000 – 250,000 |