Last Updated on September 25, 2023 by अनुपम श्रीवास्तव
क्या आप माउंट आबू घूमने का सोच रहे हैं पर सही जानकारी नहीं मिल पा रही है?
क्या आप जानना चाहते हैं कि Mount Abu में कितने दिन रुकना, क्या घूमना, कहाँ खाना सही रहेगा और कुल कितना खर्चा आएगा?
अपनी बात कहूं तो मैंने चार दिन यहाँ बिताएं थे और इसे बड़े ही करीब से देखा और समझा है |
अपनी इस राजस्थान यात्रा के दौरान मैंने आबू पर्वत के साथ साथ उदयपुर को भी अपनी यात्रा सूची में रखा था |
हरी भरी पहाड़ियों, झरनों और जंगलों में अपने में समेटे हुए माउंट आबू सभी प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर बड़ी ही आसानी से आकर्षित कर लेता है |
इस यात्रा गाईड में मैं आपको वह सभी ज़रूरी जानकारियां और टिप्स दूंगा जिससे आपका सफ़र बेहतरीन और यादगार हो जाये |
यही नहीं, आपको माउंट आबू की जानकारी के साथ साथ बेहतरीन तस्वीरें भी देखने को मिलेंगी जो मैंने अपने सफ़र के दौरान खींची थीं |
तो फिर देर किस बात की, आइये हमारे साथ इस शानदार सफर पर |
माउंट आबू की जानकारी [एक नज़र में] | Mount Abu Travel Information
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित, माउंट आबू, अरावली की पहाड़ियों से घिरा एक प्रसिद्द दर्शनीय एवं धार्मिक स्थल है |
यह राजस्थान का एकमात्र ऐसा हिल स्टेशन (1220 मीटर) है जो अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, बेहतरीन जलवायु और असाधारण वास्तुशिल्प के लिए जाना जाता है |
माउंट आबू में स्थित नक्की झील, ब्रह्म कुमारी और दिलवाड़ा मंदिर तो विश्व प्रसिद्द हैं ही पर इनके अलावा भी यहाँ पर गुरु शिखर, हनीमून प्वाइंट, सनसेट पॉइंट, अचलगढ़ जैसे कई लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं जो सभी प्रकार के पर्यटकों का मन मोह लेते हैं |
यात्रा थीम | हिल स्टेशन, रोमांटिक, प्राकृतिक सुंदरता, एडवेंचर, वन्यजीवन, धर्म कर्म, विरासत, फोटोग्राफी |
निकटतम हवाई अड्डा | उदयपुर : 180 किलोमीटर अहमदाबाद : 225 किलोमीटर |
निकटतम रेल मार्ग | निकटतम रेलवे स्टेशन : आबू रोड माउंट आबू से दूरी -35 किलोमीटर |
सड़क मार्ग | दिल्ली, मुंबई, जयपुर, उदयपुर और अहमदाबाद से बस सेवाएँ उपलब्ध |
माउंट आबू जाने का सही समय | अक्टूबर से मार्च (बरसात में भी जा सकते है) |
देखना न भूलें | दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की लेक और गुरु शिखर |
बेहतरीन होटल | (3500 – 6000 रु) : स्टर्लिंग, चाचा इन, हीलॉक, सिल्वर ओक, माउंट रीजेंसी और हिलटोन (800-1500 रु) : ट्रूपर्स कार्नर, सुधीर, स्वागत और कैसल रॉक |
माउंट आबू घूमने का खर्चा (प्रतिव्यक्ति / दिन) | बजट में : 800 – 1000 रु मिड से हाई रेंज : 1200 – 1500 रु |
माउंट आबू यात्रा की जानकारी यहाँ से डाउनलोड करें |
माउंट आबू में घूमने की जगह | 13 Best Places to Visit in Mount Abu
राजस्थान स्थित माउंट आबू पर्वत में वैसे तो देखने और घूमने के लिए बहुत स्थान हैं और उन्हीं में से 13 बेहतरीन घूमने की जगहों की जानकारी यहाँ पर दी जा रही है |
माउंट आबू घूमने का जब भी प्रोग्राम बनायें तब इन स्थानों को देखना न भूलें |
1. दिलवाड़ा जैन मंदिर | Dilwara Jain Temple
अभूतपूर्व ढंग से संगमरमर पर उकेरी गयी आकृतियों से बना हुआ दिलवाड़ा मंदिर जैनियों का एक प्रसिद्द तीर्थ स्थल है |
इस मंदिर का निर्माण गुजरात के सोलंकी शासकों के द्वारा 11 वीं और 13 वीं शताब्दी के बीच किया गया था |
दिलवाड़ा मंदिर के भीतर कुल पांच मंदिर हैं जो विभिन्न समय पर बनाये गए थे और इनका जैन धर्म अनुयायियों में बहुत अधिक महत्व है|
विमल वसाही सबसे पुराना मंदिर है जो सबसे पहले जैन तीर्थंकर श्री आदिनाथ को समर्पित है |
Surohit, DILWADA TEMPLE, CC BY-SA 3.0
जब आप इस मंदिर को भीतर से देखेंगे तो इसकी छत, दीवारों, मेहराबों और स्तंभों पर बनी हुई कालकृतियों को देखते ही अचंभित रह जायेंगे |
दिलवाड़ा मंदिर की छत पर बनी हुई नक्काशीदार गुम्बद और उसी से लटक कर नीचे की ओर आता हुआ एक कमल के फूल के गुच्छे जैसा झूमर बहुत ही महीन कारीगरी का एक उत्कृष्ट नमूना है |
यहाँ पर स्थित अन्य मंदिर लूना वासाही जैन धर्मं के बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ, पिथाल्हर ऋषि पार्श्वनाथ, भगवान् महावीर और ऋषि रिषभ के हैं |
बाहर से देखने पर तो यह मंदिर आपको अति साधारण सा लगेगा पर जैसे ही आप मुख्य द्वार से भीतर प्रविष्ट होंगे तभी आपको लगेगा की आप वास्तव में एक अलग दुनियां में आ गए हैं |
दिलवाड़ा जैन मंदिर वास्तव में पर्यटकों के लिए एक स्वर्ग और श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र तीर्थस्थान है |
दिलवाड़ा मंदिर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2.5 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | इतिहास, वास्तुकला, तीर्थ, धर्म कर्म |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
मंदिर का समय |
|
यात्रा टिप्स |
|
देखना न भूलें! |
2. गुरु शिखर, माउंट आबू | Guru Shikhar
गुरु शिखर, आबू की हरी भरी अरावली पहाड़ियों की सबसे ऊँची चोटी पर स्थित है जिसकी समुद्र तल से ऊँचाई लगभग 1722 मीटर है|
इतनी ऊँचाई पर होने के कारण आप यहां से अरावली की विस्तृत श्रंखला और आबू पर्वत के मनमोहक दृश्य दख सकते हैं।
गुरु शिखर यकीनन माउंट आबू में बेहतरीन घूमने की जगह है जहाँ आपको ज़रूर जाना चाहिए |
यहाँ पर माउंट आबू वेधशाला (astronomical observatory) और भगवान् विष्णु के अवतार गुरु दत्तात्रेय जी का गुफा मंदिर स्थापित है |
कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण चौदहवीं शताब्दी में किया गया था |
गुरु शिखर, माउंट आबू से लगभग 15 किलोमीटर दूर है और यहाँ पर आने के लिए आपको अपना वाहन लेना ही सही रहेगा |
अधिक एडवेंचर के लिए आप किराये पर बाइक या स्कूटर भी ले सकते हैं |
हम यहाँ पर अगस्त के मौसम में आये थे और गुरु शिखर बाइक से जाते समय बहुत अधिक बादल और धुंध हो गयी थी |
हमें ऐसा लग रहा था जैसे हम बादलों के बीच ही सफर कर रहे हैं क्योंकि चारों ओर धुंध ही धुंध दिखाई देती थी जो वास्तव में एक अनोखा अनुभव था |
गुरु शिखर पहाड़ी की तलहटी पर ही एक बड़ी पार्किंग है और यहाँ से ऊपर मंदिर तक जाने के लिए आपको लगभग 300 सीढ़ियां चढ़नी होंगी |
हांलकि यहाँ पर लगभग 650-800 रु में आपको पालकी की सुविधा भी मिल जाएगी |
मुख्य मंदिर के अलावा यहाँ चामुंडी मंदिर, शिव मंदिर और मीरा मंदिर भी स्थित हैं|
यात्रा टिप : गुरु शिखर जाते समय मिनी नक्की लेक (Mini Nakki Lake) देखना न भूलें |
2.1 मिनी नक्की झील | Mini Nakki Lake
जब आप गुरु शिखर की ओर निकलते हैं तब उसी रस्ते में लगभग 6 किलोमीटर दूर एक झील है जिसे मिनी नक्की लेक के नाम से जाना जाता है |
यह स्थान पेड़ पौधों से घिरा अत्यंत ही शांतिप्रिय स्थान है जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए |
ध्यान देने वाली बात यह है की इस स्थान पर कभी कभार जानवर भी आ जाते हैं क्योंकि निकट ही घना जंगल है |
गुरु शिखर से वापसी के दौरान हमने वाइल्ड लेक रेस्टोरेंट में दोपहर का भोजन किया था |
जहाँ पर यह रेस्टोरेंट स्थित है वह स्थान अपने आप में ही अविस्मरणीय है |
आप कुछ तस्वीरें देखें –
गुरु शिखर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 15 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | ट्रेकिंग, पिकनिक, धर्म-कर्म, लैंडस्केप फोटोग्राफी, प्राकृतिक सुंदरता |
घूमने के लिए समय | 2-3 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
मंदिर का समय | 08:00 – 18:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
3. नक्की झील | Nakki Lake
माउंट आबू, राजस्थान में स्थित नक्की झील भारत की एकमात्र ऐसी कृत्रिम झील (artificial lake) है जिसे 1,200 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर बनाया गया है |
नक्की लेक आबू के सबसे बढ़िया घूमने की जगहों में से एक है जहाँ पर पर्यटकों की भीड़ लगी ही रहता है |
हिन्दू किवदंतियों के अनुसार इस झील को देवताओं ने बश्काली नामक राक्षस से अपनी जान बचाने के लिए नाखूनों (नख) से खोदा था और तभी से इसका नाम नक्की झील पड़ गया |
इस स्थान पर महात्मा गाँधी की अस्थियाँ विसर्जित की गयीं थीं, जिसके कारण यहाँ पर गाँधी घाट का निर्माण किया गया |
यात्रा टिप : नक्की लेक के निकट ही श्री रघुनाथजी मंदिर, टॉड रॉक और महाराजा जयपुर पैलेस भी स्थित हैं जहाँ आप घूम सकते हैं |
देखा जाये तो नक्की झील में बोटिंग किये बिना आपकी माउंट आबू यात्रा अधूरी है |
बोटिंग करते हुए आप हरी भरी पहाड़ियों और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं |
गर्मियों में नक्की झील का पानी तनिक कम हो जाता है पर वर्षा के बाद इसमें बढ़िया पानी इकठ्ठा हो जाता है |
नक्की लेक माउंट आबू की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 1 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | पिकनिक, बोटिंग, प्राकृतिक सुंदरता, फोटोग्राफी |
घूमने के लिए समय | 3-4 घंटे |
नौकायन शुल्क | शिकारा, पेडल और रो बोट यहाँ उपलब्ध हैं | किराया 150 रु – 800 रु | अब चाहे तो पूरी बोट भी बुक कर सकते हैं | |
खुलने का समय | 09:30 – 18:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
4. अधर देवी /अर्बुदा देवी मंदिर | Adhar Devi / Arbuda Devi Temple
अति प्रसिद्द अर्बुदा देवी मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है |
पुराणों के अनुसार अर्बुदा देवी को माता कात्यायनी का अवतार भी माना गया है |
कहा जाता है की इस पवित्र स्थान पर माता पार्वती के होंठ गिरे थे और इसी के कारण इस मंदिर को अधर शक्तिपीठ या अधर देवी के नाम से भी जाना जाता है|
वैसे देखा जाये तो इस शक्तिपीठ के दर्शनों हेतु साल भर भक्तों का तांता लगा ही रहता है परन्तु नवरात्रि में अत्यधिक चहल पहल हो जाती है |
अधर देवी का मुख्य मंदिर एक गुफा के भीतर स्थित है और यहाँ तक पहुँचने के लिए आप को लगभग 365 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी |
ऊपर तक का रास्ता बहुत ही सुरक्षित है और चारों ओर रेलिंग से घिरा हुआ है |
चढ़ते और उतरते हुए आप अरावली पर्वत श्रंखला के मनभावन दृश्य देख सकते हैं |
मंदिर के भीतर अर्बुदा देवी की चरण पादुका भी स्थित है और ऐसा माना जाता है की इसी पादुका के नीचे उन्होंने बासकली राक्षस का संहार किया था |
अधर देवी मंदिर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | ट्रेकिंग, प्राकृतिक सुंदरता, धर्म कर्म |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | 5:00 – 12:00, 16:00 – 20:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
5. सनसेट पॉइंट, माउंट आबू | Sunset Point, Mount Abu
माउंट आबू में नक्की झील के निकट ही स्थित सनसेट पॉइंट एक ऐसा स्थान है जो प्रकृति प्रेमियों और कपल्स के लिए विशेष महत्त्व रखता है |
सनसेट पॉइंट में अलग अलग ऊंचाइयों पर व्यू पॉइंट्स बनाये गए हैं जहाँ से आप पहाड़ी श्रृंखलाओं और सूर्यास्त के विहंगम दृश्य देख सकते हैं |
पसरी हुई नीरवता के बीच पल प्रतिपल रंग बदलते आकाश को देखना एक अनोखा अनुभव है जिसे आपको बिलकुल भी मिस नहीं करना चाहिए |
व्यू पॉइंट तक जाने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर की चढ़ाई है पर यहाँ पर आपके लिए हाथ गाड़ी (200 रु वापसी) और घोड़ों (750 रु वापसी) की भी व्यवस्था है |
हांलाकि बारिश के मौसम में बादलों ने सब कुछ ढक रखा था पर सच कहूँ तो इन हरी भरी वादियों को देखते हुए गर्म गर्म मैगी खाना हमारे लिए कभी न भूलने वाला अनुभव था |
सनसेट पॉइंट, माउंट आबू की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2.5 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | ट्रेकिंग, प्राकृतिक सुंदरता, फोटोग्राफी, पिकनिक |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | 55 रु |
खुलने का समय | सूर्योदय से सूर्यास्त तक |
यात्रा टिप्स |
|
6. अचलगढ़ – अचलेश्वर महादेव | Achalgarh – Achleshwar Mahadev
राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में स्थित अचलगढ़ एक प्रसिद्द घूमने की जगह है जहाँ आप अचलगढ़ किले ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व को जान सकते हैं |
अचलगढ़ किले का निर्माण मुख्य रूप से परमार वंश के राजाओं द्वारा किया गया था तत्पश्चात इसका पुनर्निर्माण सं 1452 में मेवाड़ के राणा कुम्भा द्वारा किया गया।
हांलाकि उचित देख-रेख के अभाव में आज यह किला पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है पर आप यहाँ पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन कर सकते हैं जिसे अचलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है |
विचित्र बात यह है की इस स्थान पर शिवलिंग के स्थान पर भगवान् शिव के पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है |
मंदिर के बाहर एक बड़ी झील है जिसे मन्दाकिनी के नाम से जाना जाता है और इसके निकट ही पत्थर से बनी भैसों की तीन बड़ी मूर्तियाँ भी स्थित है |
अचेल्श्वर महादेव मंदिर के द्वार के निकट ही भगवान शिव के बैल नंदी की पीतल की बड़ी मूर्ति देखने को मिलेगी |
अचलगढ़ में कई जैन मंदिर भी हैं जिसके कारण इस स्थान का महत्त्व कई गुना बढ़ जाता है |
अचलगढ़ की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 11 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | प्राकृतिक सुंदरता, धर्म कर्म, फोटोग्राफी, वास्तुकला |
घूमने के लिए समय | 2-3 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क, मंदिर के भीतर फोटोग्राफी के लिए 10 रु देने होंगे | |
खुलने का समय | 06:00 – 20:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
यह भी देखें ! |
7. हनीमून पॉइंट | Honeymoon Point
वैसे देखा जाये तो राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन आबू में ढेरों व्यू पॉइंट और वाकिंग ट्रैक हैं पर हनीमून पॉइंट इन सब में से अनोखा है |
आप पूछेंगे क्यों ?
ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे रास्ते भर आपको ऐसे अनोखे नज़ारे देखने को मिलेंगे जिनसे आप एक मिनट के लिए भी आँख नहीं हटा पाएंगे |
हांलाकि यहाँ तक आप टैक्सी या अपने बाइक से आ सकते हैं पर ट्रेक कर के आना बेहतरीन होगा यदि आपके पास समय की कमी नहीं है तब |
हनीमून पॉइंट से आपको पृष्टभूमि में नक्की झील के दर्शन हो जायेंगे और सूर्यास्त के समय तो यहाँ का नज़ारा कुछ ऐसा होगा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते |
हांलाकि हम यहाँ पर सुबह के समय गए थे पर स्थानीय लोगों ने हमें बताया की यहाँ का सूर्यास्त भी बेहतरीन होता है |
इस स्थान को हनीमून पॉइंट के नाम से जाने जाने के पीछे भी एक किवदंती है क्योंकि यहाँ पर एक चट्टान है जिसका आकार कुछ कुछ एक स्त्री और एक पुरुष के सामान है |
यदि आप आबू में हैं तो इस स्थान को देखना न भूलें |
हनीमून पॉइंट, माउंट आबू की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | प्राकृतिक सुंदरता, फोटोग्राफी, पिकनिक |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | सूर्योदय से सूर्यास्त तक |
यात्रा टिप्स |
|
8. पीस पार्क | Peace Park
पीस पार्क मशहूर ब्रह्मकुमारी आध्यात्मिक प्रतिष्ठान का एक भाग है को पर्यटकों के लिए सदैव आकर्षण का केंद्र रहा है |
पीस पार्क माउंट आबू से गुरु शिखर जाते हुए रास्ते में पड़ता है और इसीलिए आप इस स्थान को गुरु शिखर के साथ ही देखने का प्लान कर सकते हैं |
शान्ति उद्यान या पीस पार्क में पूर्ण नीरवता का वास है और शहर की चहल पहल से दूर इस स्थान पर आने से आपको आध्यात्मिक शान्ति प्राप्त होती है |
उद्यान के भीतर आपको तरह तरह के फूल, लताएं और पेड़ पौधे देखने को मिल जायेंगे |
एक ऊंचे से स्थान पर एक बड़ा सा ॐ देखने को मिलेगा जिसके आस पास बहुत से लोग योग क्रिया और ध्यान करते हुए दिख जायेंगे |
भीतर आने से पहले आपको ब्रह्म कुमारी की गतिविधियों के बारे में बताया जायेगा और उसके बाद आपको पूरे उद्यान का गाइडेड टूर दिया जायेगा |
पीस पार्क की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 7 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | प्राकृतिक सुंदरता, अध्यात्म, शान्ति |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | 10:30 – 17:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
9. ट्रेवर्स टैंक | Trevors Tank
राजस्थान के माउंट आबू में स्थित ट्रेवर्स टैंक एक ऐसा छिपा हुआ स्थान है जसिके बारे में अधिक लोगो को पता नहीं है |
Trevors Tank को क्रोकोडाइल पार्क के नाम से भी जाना जाता है और प्रकृति के बीचों बीच पिकनिक मनाने के लिए यह एक बेहतरीन स्थान है |
इस स्थान पर एक कृत्रिम झील है जहाँ आप को बहुत सारे मगरमच्छ, चिड़िया, लंगूर और कभी कभार भालू भी यहाँ दिख जायेंगे |
इस झील का नाम एक ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल जी.एच. ट्रेवर के ऊपर है जिन्होंने इसका इस्तेमाल मगरमच्छों के प्रजनन के लिए किया था।
यहाँ पर प्रकृति और पशु पक्षियों को देखने के लिए एक छोटी सी धनुषाकार संरचना है, साथ ही बैठने के लिए बेंच भी दिए गए हैं।
ट्रेवर्स टैंक प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव प्रेमियों के साथ साथ पूरे परिवार के लिए एक आदर्श स्थान है।
यदि आप माउंट आबू में हैं तब इस शानदार घूमने की जगह को देखना न भूलें ।
ट्रेवर्स टैंक की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 5 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | प्राकृतिक सुंदरता, पिकनिक, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | 55 रु (भारतीय), 330 रु (अप्रवासी) बाइक/ स्कूटर – 35 रु, कार /जीप – 220 रु |
खुलने का समय | 09 :00 – 17:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
10. टॉड रॉक | Toad Rock
वैसे तो माउंट आबू को विभिन्न प्रकार की पहाड़ी संरचनाओं के कारण जाना जाता है पर टॉड रॉक उन सबमे से भिन्न और प्रसिद्द है |
Toad Rock नक्की झील के पास ही स्थित है और यहाँ से आप सम्पूर्ण क्षेत्र के विहंगम दृश्य देख सकते हैं ।
कछुए यानि टॉड के आकार में होने की वजह से इस प्राकृतिक रूप से बने चट्टान को “टॉड रॉक” नाम दिया गया है।
इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपको नक्की झील के पीछे से जाना होगा जहाँ लगभग एक किलोमीटर चलने पर आपको टॉड रॉक का बोर्ड दिखाई देगा |
ऊपर जाने के लिए बढ़िया सीढ़ियां तो नहीं बस एक ऊबड़ खाबड़ रास्ता मात्र है |
ऊपर चढ़ते समय आपको आस पास के पेड़ों की टहनियों को पकड़ कर ही ऊपर जाना होगा और ऊपर पहुंचने में करीब आधा घंटा लग जायेगा |
हम लोग जब ऊपर पहुंचे तब पूरी नक्की झील पर कोहरे की एक चादर सी बिछी थी, यहाँ से नज़ारा वाकई बेहतरीन था |
टॉड रॉक, माउंट आबू की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | प्राकृतिक सुंदरता, पिकनिक, ट्रैकिंग, फोटोग्राफी |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | निश्चित समय नहीं (दिन के उजाले में ही जाना बेहतर है ) |
यात्रा टिप्स |
|
11. रघुनाथ मंदिर | Raghunath Temple
रघुनाथ मंदिर नक्की झील के किनारे पीछे की ओर ही है जहाँ श्री रघुनाथ जी (भगवान् राम) की भव्य प्रतिमा स्थित है |
यदि आप नक्की झील की सैर पर आयें हैं तब रघुनाथ मंदिर की उत्कृष्ट वास्तुकला के साक्षी अवश्य बनें |
साढ़े छः सौ साल पुराने इस मंदिर को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं |
रघुनाथ मंदिर का मुख्य द्वार बड़ा भव्य है (फोटो में देखें ) और भीतर जाने पर आप देखेंगे कि पूरा मंदिर संगमरमर से बना हुआ है |
आमतौर पर देखा गया है कि भगवान् राम सीता और लक्ष्मण जी के साथ ही विराजमान रहते हैं पर इस मंदिर में केवल भगवान् राम की स्वयंभू मूर्ती है |
रघुनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद प्रांगण से आप नक्की झील और अरावली पहाड़ियों की सुन्दरता को निहार सकते हैं |
रघुनाथ मंदिर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | धर्म कर्म, वास्तु कला, प्राकृतिक सुन्दरता |
घूमने के लिए समय | आधा घंटा |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | 5:00 – 12:00 16:00 – 20:00 |
यात्रा टिप्स |
|
12. लकी सेलेब्रिटी वैक्स म्यूजियम | Lucky’s Celebrity Wax Museum
माउंट आबू में स्थित लकी वैक्स म्यूजियम एक ऐसी घूमने की जगह है जिसके बारे में अधिकतर को पता नहीं होगा |
लकी मोम संग्रहालय को लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय की तर्ज़ पर बनाया गया है |
यकीनन इस स्थान पर आने के बाद आप और आपका परिवार बिलकुल भी निराश नहीं होंगे |
गुरु शिखर से वापसी के समय हम Lucky’s Celebrity Wax Museum देखने गए थे क्योंकि यह रास्ते में ही पड़ता था |
इस दो मंजिला संग्रहालय में प्रसिद्ध व्यक्तित्व (ऐतिहासिक महत्व) और मशहूर फ़िल्मी और राजनैतिक हस्तियों की मोम की प्रतिमाएं हैं जो देखने में बहुत ही जीवंत लगती हैं |
आप पूरे परिवार के साथ अपने पसंदीदा फिल्म अभिनेता या राजनेता के साथ फोटो खींच सकते हैं या 9 डी एक्शन सिनेमा, हॉरर हाउस, भूलभुलैया, फूड कोर्ट, इन्फिनिटिव और वोरटेक्स रूम का आनंद ले सकते हैं |
हांलाकि यह क्षेत्र बहुत बड़ा तो नहीं है और यहाँ भीड़ भाड़ भी अधिक नहीं होती पर माउंट आबू में कुछ अलग करने और देखने के लिए यह स्थान बेहतर है ख़ास कर बच्चों के लिए |
इसमें कोई शक नहीं कि आने वाले समय में लकी वैक्स म्यूजियम माउंट आबू का बहुत ही प्रसिद्द दर्शनीय स्थल बन जायेगा |
आप Lucky’s Celebrity Wax Museum का टिकट ऑनलाइन यहाँ से भी बुक कर सकते हैं |
लकी वैक्स म्यूजियम की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 8 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | संग्रहालय, रोमांच, खेल कूद, खान-पान |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | मोम संग्रहालय -150 रु 9 डी एक्शन सिनेमा- 200 रु हॉरर हाउस – 100 रु मिरर भूलभुलैया, इन्फिनिटिव/वोरटेक्स रूम – 100 रु बेहतरीन ऑफर – कॉम्बो टिकट [सभी शो शामिल हैं] – 400 रु |
खुलने का समय | 09:00 – 21:00 बजे |
यात्रा टिप्स |
|
13. ब्रह्म कुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय | Brahma Kumari World Spiritual University
माउंट आबू का ब्रह्म कुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय हिंदू संस्कृति, परंपराओं और जीवन शैली की खोज करने में सहायता प्रदान करता है |
यहाँ पर आप चारो ओर घूम सकते हैं, व्याख्यानों में भाग ले सकते हैं, शरीर और आत्मा के बीच परस्पर संबंध पर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अध्यात्मिक उत्थान की परिचर्चा में शामिल हो सकते हैं |
Brahma Kumari World Spiritual University के कुल चार भाग हैं जिसमें मधुबन, शांतिवन, ओम शांति रिट्रीट सेंटर और शांति सरोवर शामिल है |
यदि आपकी अद्यात्म में विशेष रूचि है तब आपको इस स्थान पर अवश्य जाना चाहिए |
ब्रह्म कुमारी की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
माउंट आबू से दूरी | 2.5 किलोमीटर |
किसके लिए जाएँ | अध्यात्म, शान्ति |
घूमने के लिए समय | 1-2 घंटे |
प्रवेश शुल्क | निःशुल्क |
खुलने का समय | 8:00 – 11:00 |
यात्रा टिप्स |
|
माउंट आबू घूमने का खर्चा | Mount Abu Travel Expenses
खर्चे की बात की जाये तब अगर आप बजट में माउंट आबू घूमना चाहते हैं तब प्रतिदिन लगभग 800-1000 रु प्रतिव्यक्ति खर्चा पड़ेगा |
इसमें 250-300 रु खाने और लगभग 100-125 रु ट्रांसपोर्ट पर खर्च हो सकते हैं और एक बजट होटल का किराया 500-600 (डबल बेड ) रु तक होता है |
इस तरह से देखा जाये तब अगर कोई कपल एक सप्ताह के लिए बजट में आबू घूमने का सोचता है तब उसका कुल खर्चा 10000 – 11000 रु तक हो सकता है |
अगर आप तीन या चार लोगों के साथ पारिवारिक तौर पर यात्रा कर रहे हैं तो प्रति व्यक्ति खर्चा और कम हो जायेगा क्योंकि बच्चों के टिकट सस्ते होते हैं और होटल के कमरे और खाना साझा किए जा सकते हैं |
माउंट आबू की जानकारी से जुड़े आपके प्रश्न [FAQs]
माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है और एक राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है |
पर्यटन की दृष्टि से देखा जाये तो माउंट आबू के सभी घूमने की जगह प्रसिद्द हैं परन्तु दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की लेक और गुरु शिखर बहुत मशहूर हैं |
माउंट आबू पहुंचने का सबसे अच्छा जरिया है कि आप रेल मार्ग से आबू रोड तक आएं और उसके माउंट आबू के लिए टैक्सी ले लें जो आबू रोड से 35 किलोमीटर की दूरी पर है |
माउंट आबू से निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर में स्थित है जो लगभग 180 किलोमीटर दूर है | अहमदाबाद हवाईअड्डे से माउंट आबू की दूरी लगभग 225 किलोमीटर है | यदि आप माउंट आबू हवाई जहाज से आना चाहते हैं तब उदयपुर ही बेहतर रहेगा |
Mount Abu jane ka sahi samay – अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे बढ़िया है | हांलाकि बारिश के मौसम में भी यहाँ के नज़ारे बेहतरीन हो जाते हैं |
प्रमुख आकर्षणों को देखें के लिए माउंट आबू में दो दिन पर्याप्त हैं पर इस स्थान को करीब से देखने के लिए 3-4 दिन चाहिए |
एक दिन में आप प्रमुख स्थान जैसे गुरु शिखर, दिलवाड़ा मंदिर, नक्की झील, सनसेट पॉइंट, रघुनाथ मंदिर और टॉड रॉक देख सकते हैं |
बिलकुल जाना चाहिए | हम लोग मानसून के दौरान ही यहाँ गए थे | यहाँ पर पानी अधिक नहीं बरसता और उसका ठहराव भी नहीं होता है | बारिश के मौसम में झरने चालू हो जाते हैं, चारों ओर धुंध और हरियाली हो जाती है जिसका अपना एक अलग ही आनंद है |
माउंट आबू में अभी तक तो बर्फ़बारी का कोई रिकॉर्ड नहीं है | अन्य हिल स्टेशन जैसे यहाँ पर ठण्ड बहुत अधिक नहीं होती है पर रात में पारा करीब 10 डिग्री तक खिसक जाता है |
राजस्थान के माउंट आबू में जहाँ एक ओर प्रसिद्द जैन और हिन्दू मंदिर हैं वहीँ प्रकृति प्रेमियों और कपल्स के लिए हनीमून पॉइंट, सनसेट पॉइंट और नक्की झील जैसे स्थान हैं | इस स्थान पर पूरे परिवार के लिए कुछ न कुछ अवश्य है |
उदयपुर से माउंट आबू पहुंचने का सबसे सस्ता तरीका राज्य परिवहन की बसें है, जिसमें 4-5 घंटे लगते हैं और किराया लगभग 250 -300 रु होता है । उदयपुर से माउंट आबू पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका एक कार / टैक्सी है, जिसमें लगभग 3 घंटे लगते हैं और यह आपको 2000 – 3500 तक पड़ता है |
माउंट आबू में खरीदने के लिए कुछ बढ़िया चीजें हैं राजस्थानी कलाकृतियां, चूड़ियाँ, कोटा साड़ी, जयपुरी रजाई, संगमरमर से बने उपहार, स्थानीय आभूषण इत्यादि|
माउंट आबू भारत के सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है।
हमारे पास जिओ, वोडाफोन और एयरटेल के नेटवर्क थे जिनमें से एयरटेल और वोडाफोन बेहतर लगे | जिओ भी बढ़िया है पर कई बीहड़ स्थानों पर इसका नेटवर्क फेल हो जाता है |
बेहतरीन होटल (3500 -6000 रु) तक – स्टर्लिंग, चाचा इन, हीलॉक, सिल्वर ओक, माउंट रीजेंसी और हिलटोन ; बजट होटल (800-1500 रु) : ट्रूपर्स कार्नर, सुधीर, स्वागत और कैसल रॉक
जोधपुर भोजनालय, संकल्प रेस्टोरेंट, मलबरी ट्री रेस्टोरेंट, आबू चाट जंक्शन, तंदूरी बाइट्स और चाचा गार्डन रिट्रीट
नक्की लेन बाजार, तिब्बती बाजार, पीकैडले प्लाजा, चाचा म्यूजियम और राजस्थली
राणकपुर (160 कि मी ), उदयपुर (165 कि मी ), नाथद्वारा (190 कि मी ) और अम्बाजी (55 कि मी) | हम लोग उदयपुर और अम्बाजी गए थे |
बाइक और स्कूटी जो आपको 350 – 600 रु प्रति दिन के आधार पर मिल जाएगी |
यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है | साधारणतया, रहना, खाना और घूमना (स्कूटी) आपको लगभग 1500 – 3500 रु प्रतिव्यक्ति / दिन पड़ेगा |
माउंट आबू की समुद्र तल से ऊंचाई (mount abu height) करीब 1.220 किलोमीटर है |
समुद्र तल से गुरु शिखर की ऊंचाई 1.722 किलोमीटर है|
माउंट आबू से 25 किलोमीटर के भीतर अचलगढ़, ट्रेवोर्स टैंक, वैक्स म्यूजियम और पीस पार्क घूमने की बढ़िया जगह है|
माउंट आबू स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर सफेद संगमरमर का बना हुआ है|
अरावली पर्वत श्रंखला
उदयपुर से माउंट आबू 165 किलोमीटर है |
कोटा से माउंट आबू की दूरी 440 किलोमीटर है?
राजस्थान
Mount Abu में प्रमुख घूमने वाली जगहों की pictures आप जानकारी सहित इस यात्रा गाइड में पा सकते हैं|
नहीं, आबू रोड रेलवे स्टेशन है जहाँ से माउंट आबू लगभग 35 किलोमीटर दूर है |
35 किलोमीटर
नाथद्वारा से माउंट आबू की दूरी करीब 175 किलोमीटर है जिसे 3.5 से 4 घंटों में पूरा किया जा सकता है |
Omg! All information are available here by u sir,, thanks u so much sir for such a brilliant information……
धन्यवाद | विजिट करते रहें
Bhut khoob
Achhe tarike se samjhaya h
धन्यवाद विजिट करते रहें |
Best company of travelling